मिथुन ने ममता के बंगाली प्रवासियों को परेशान करने के दावे का खंडन किया

मिथुन ने ममता के बंगाली प्रवासियों को परेशान करने के दावे का खंडन किया

मिथुन ने ममता के बंगाली प्रवासियों को परेशान करने के दावे का खंडन किया
Modified Date: July 24, 2025 / 04:41 pm IST
Published Date: July 24, 2025 4:41 pm IST

कोलकाता, 24 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा और अन्य राज्यों में बांग्लाभाषी प्रवासी श्रमिकों पर हमलों के संबंध में उनके हालिया बयान को ‘निराधार’ करार देते हुये उन पर राजनीतिक लाभ के लिए भय फैलाने का आरोप लगाया।

चक्रवर्ती ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बनर्जी की टिप्पणी का उद्देश्य ‘विवाद खड़ा करना’ और पश्चिम बंगाल के लोगों में ‘अनावश्यक दहशत’ पैदा करना है।

उन्होंने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो पर इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने और बांग्ला भाषा एवं लोगों से जुड़े पहचान संबंधी विमर्श पर एकाधिकार करने का प्रयास करने का आरोप लगाया।

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वरिष्ठ अभिनेता ने कहा, ‘वह हर चीज़ में विवाद पैदा करना चाहती हैं। कुछ नहीं होने वाला। बांग्ला भाषा जैसी है वैसी ही रहेगी। ममता बनर्जी का इस पर एकाधिकार नहीं है। हम कड़ी टक्कर देंगे।’

बनर्जी ने एक जन रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में बंगाली प्रवासी श्रमिकों को परेशान किया जा रहा है और उन्होंने भाजपा के ‘भाषाई आतंकवाद’ के खिलाफ चेतावनी दी।

मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से पश्चिम बंगाल और पड़ोसी राज्य बिहार में मतदाता सूची से अल्पसंख्यक और प्रवासी मतदाताओं के नाम कथित तौर पर हटाए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू करने का भी आग्रह किया था जिसमें निर्वाचन आयोग के कार्यालयों का घेराव करना भी शामिल है।

आयोग के कार्यालय के घेराव के ममता बनर्जी के आह्वान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुये चक्रवर्ती ने कहा, ‘निर्वाचन आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए। फर्जी और जाली मतदाताओं को हटाना होगा, तभी चुनाव निष्पक्ष होंगे। अगर आयोग का घेराव भी किया गया तो क्या हासिल होगा? ऐसे विरोध प्रदर्शनों का क्या मतलब है?’

पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।

भाषा

नोमान रंजन

रंजन


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