Modi Cabinet ke Faisle: मोदी कैबिनेट की बैठक खत्म, इस शहर में मेट्रो विस्तार को मिली मंजूरी, रेयर अर्थ मैग्नेट निर्माण के लिए इतने करोड़ रुपए स्वीकृत

मोदी कैबिनेट की बैठक खत्म, यहां मेट्रो विस्तार को मिली मंजूरी, Modi cabinet meeting ends, approval given for metro extension here

Modi Cabinet ke Faisle: मोदी कैबिनेट की बैठक खत्म, इस शहर में मेट्रो विस्तार को मिली मंजूरी, रेयर अर्थ मैग्नेट निर्माण के लिए इतने करोड़ रुपए स्वीकृत

Modi Cabinet ke Faisle. image source: ANI

Modified Date: November 26, 2025 / 04:47 pm IST
Published Date: November 26, 2025 4:40 pm IST
HIGHLIGHTS
  • कैबिनेट ने 7280 करोड़ रुपये की लागत से रेयर अर्थ मैग्नेट निर्माण योजना को मंजूरी दी।
  • भारत में पहली बार 6000 MTPA क्षमता वाला इंटीग्रेटेड REPM प्लांट स्थापित होगा।
  • 9858 करोड़ रुपये की लागत से पुणे की दो नई मेट्रो लाइनों के विस्तार को स्वीकृति मिली।

नई दिल्ली। Modi Cabinet ke Faisle देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को आयोजित केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में आज कई अहम फैसले लिए गए हैं। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि कैबिनेट ने कुल चार बड़े प्रस्तावों को मंजूरी दी है। इनमें 7000 करोड़ रुपये की लागत से दुर्लभ मृदा के अन्वेषण के लिए एक केंद्रीय क्षेत्र योजना और पुणे मेट्रो का विस्तार का प्रस्ताव प्रमुख है।

Modi Cabinet ke Faisle केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने बताया कि बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को 7280 करोड़ रुपये के फाइनेंशियल खर्च के साथ ‘सिंटर्ड रेयर अर्थ परमानेंट मैग्नेट की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने की स्कीम’ को मंजूरी दी। अपनी तरह की इस पहली पहल का मकसद भारत में 6,000 मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MTPA) इंटीग्रेटेड रेयर अर्थ परमानेंट मैग्नेट (REPM) मैन्युफैक्चरिंग स्थापित करना है, जिससे आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और भारत ग्लोबल REPM मार्केट में एक अहम खिलाड़ी के तौर पर अपनी जगह बना सकेगा।

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इसके साथ ही कैबिनेट ने पुणे मेट्रो के विस्तार परियोजना को भी हरी झंडी दी है। पुणे शहर में दो नई मेट्रो लाइनों के निर्माण को मंजूरी देते हुए सरकार ने कुल 9858 करोड़ रुपये के खर्च को स्वीकृति प्रदान की है। नई लाइनों के शुरू होने से पुणे में सार्वजनिक परिवहन और बेहतर, तेज और आधुनिक होगा, साथ ही यातायात दबाव को कम करने में भी मदद मिलेगी।

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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।