पुरी, 27 दिसंबर (भाषा) ओडिशा में पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार में रखी कीमती वस्तुओं की सूची तैयार करने के काम की निगरानी के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति ने शनिवार को वहां रखे आभूषणों और अन्य मूल्यवान वस्तुओं की गिनती के लिए एक नयी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) पर विचार-विमर्श शुरू किया।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाढ़ी ने बताया कि न्यायमूर्ति बिश्वनाथ रथ की अध्यक्षता में गठित समिति की पहली बैठक में चार घंटे से अधिक समय तक विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई, जिसमें विशेष रूप से सुरक्षा व्यवस्था और 12वीं शताब्दी के मंदिर में निर्बाध अनुष्ठान सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
पाढ़ी ने कहा, “समिति ने कीमती सामानों की सूची तैयार करने के लिए कोई तारीख तय नहीं की है। रत्न भंडार को खोलने और उसकी मरम्मत के लिए, राज्य सरकार की ओर से 13 जुलाई 2024 और 12 अगस्त 2024 को अंतिम रूप दी गई पुरानी एसओपी के आधार पर एक नयी मानक संचालन प्रक्रिया तैयार की जा रही है। यह नयी एसओपी अनुमोदन के लिए श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंधन समिति के पास भेजी जाएगी।”
भाषा पारुल आशीष
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