चंडीगढ़, एक जून (भाषा) पंजाब कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात कर पार्टी नेता और गायक सिद्धू मूसेवाला की निर्मम हत्या की केंद्रीय एजेंसी राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) या केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने किया। अन्य सदस्यों में पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, पार्टी की राज्य इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष भारत भूषण आशु, राजकुमार चब्बेवाल, सुखजिंदर सिंह रंधावा और बलबीर सिंह सिद्धू आदि शामिल थे।
प्रतिनिधिमंडल ने मूसेवाला की हत्या की सीबीआई या एनआईए में से किसी एक जांच कराने की मांग करते हुए कहा कि किसी को भी राज्य सरकार पर भरोसा नहीं है।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार राज्य के लिए ‘विनाशकारी’ साबित हुई है।
उन्होंने कहा कि पुलिस को अभी भी कोई सुराग नहीं मिला है और यह हत्या कोई सामान्य घटना नहीं थी, बल्कि एक सोची-समझी साजिश थी जिसमें हमलावरों को कानून का खौफ तक नहीं था।
प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से कहा कि मुख्यमंत्री मान राज्य के लिए एक ‘पूर्ण आपदा’ साबित हुए हैं।
इस बीच, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि मान राज्य के गृहमंत्री के रूप में ‘बुरी तरह से विफल’ हुए हैं और उन्हें ‘कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा पंजाब के लोगों को बुनियादी सुरक्षा प्रदान करने में विफल’ रहने के लिए पद से तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए।
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष ने एक बयान में कहा ‘ऐसा लगता है कि पंजाब में जंगलराज लौट आया है। कोई भी सुरक्षित नहीं है।”
बादल ने कहा ”पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है और इसकी सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता।’ उन्होंने कहा कि हमारे पास एक शत्रुतापूर्ण पड़ोसी है जो इस स्थिति का फायदा उठाकर राज्य को और भी अस्थिर कर सकता है।’’
भाषा फाल्गुनी अविनाश
अविनाश
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