जम्मू: Lok Sabha Election 2024 लोकसभा चुनाव के छठे चरण में जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र में शनिवार को होने वाले मतदान में 26 हजार से अधिक विस्थापित कश्मीरी पंडितों को मताधिकार की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए देशभर में 34 मतदान केंद्र स्थापित किये गये हैं। अनंतनाग सीट पर चुनाव के साथ ही इस केंद्र शासित प्रदेश में मतदान समाप्त हो जाएगा। जम्मू-कश्मीर की अन्य चार सीट पर मतदान पहले ही संपन्न हो चुका है। परिसीमन के बाद अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट अस्तित्व में आई। इस निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत दक्षिण कश्मीर का पीर पंजाल क्षेत्र आता है। इतना ही नहीं, इस निर्वाचन क्षेत्र में अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां, राजौरी और पुंछ जिला आता है।
Lok Sabha Election 2024 राहत एवं पुनर्वास आयुक्त डॉ. अरविंद करवाणी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”छब्बीस हजार से अधिक विस्थापित कश्मीरी मतदाता कल जम्मू, उधमपुर और दिल्ली में स्थापित विशेष मतदान केंद्रों पर मतदान करेंगे। कल होने वाले मतदान को निष्पक्ष और स्वतंत्र बनाने के लिए सभी इंतजाम कर लिये गये हैं।” डॉ. करवाणी ने चुनाव अधिकारियों के साथ जम्मू में कुल 29, उधमपुर में एक और दिल्ली में चार मतदान केंद्रों पर व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
सहायक निर्वाचन अधिकारी डॉ. रियाज अहमद ने कश्मीरी प्रवासी मतदाताओं से चुनाव में हिस्सा लेने का आग्रह किया। अहमद ने कहा, ”पानी और छाया के लिए सभी जरूरी सुविधाओं का इंतजाम कर दिया गया है। निर्वाचन आयोग ने सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक मतदाताओं को लाने-ले जाने की सुविधा भी की है, खासकर उन इलाकों में जहां ज्यादा संख्या में प्रवासी रहते हैं।”
अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र में 9.02 लाख महिलाओं सहित लगभग 18.36 लाख मतदाता 2,338 मतदान केंद्रों पर मतदान करेंगे। इस सीट पर 20 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिसमें मुख्य मुकाबला पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और प्रमुख गुर्जर नेता व नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) नेता मियां अल्ताफ अहमद के बीच है। भाजपा समर्थित ‘अपनी पार्टी’ के प्रत्याशी जफर इकबाल मनहास इस सीट पर मुफ्ती और अहमद को चुनौती दे रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व वाली डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) ने इस सीट से मोहम्मद सलीम पर्रे को मैदान में उतारा है।