मुस्लिम संगठन ने वंदे मातरम् विषय पर आधारित कार्यक्रम की प्रचार सामग्री के प्रसार पर चिंता जतायी
मुस्लिम संगठन ने वंदे मातरम् विषय पर आधारित कार्यक्रम की प्रचार सामग्री के प्रसार पर चिंता जतायी
श्रीनगर, 31 दिसंबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर में इस्लामी संगठनों के समूह मुतहिदा मजलिस-ए-उलेमा (एमएमयू) ने बुधवार को कुछ सरकारी विभागों द्वारा ‘वंदे मातरम्’ विषय पर आधारित गायन प्रतियोगिता से संबंधित प्रचार सामग्री के प्रसार और स्थानीय समाचार पत्रों में इसके प्रकाशन पर चिंता जतायी।
धार्मिक संगठन ने एक बयान में कहा, ‘‘एमएमयू यह स्पष्ट करना चाहता है कि गैर-इस्लामी मान्यताओं पर आधारित भक्ति और धार्मिक अर्थों वाले भाव और गीत, एकेश्वरवादी इस्लाम का पालन करने वाले लोगों के लिए गंभीर चिंता का विषय हैं। इस्लाम धार्मिक अभिव्यक्तियों को सख्ती से नियंत्रित करता है और किसी भी सृजित प्राणी को प्रतीकात्मक या मौखिक रूप से पवित्र मानने या उसे देवत्व प्रदान करने वाले कार्यों में भाग लेने की अनुमति नहीं देता है।”
एमएमयू ने कहा कि इस्लाम में इस सुस्थापित धार्मिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए संगठन ने सभी मुसलमानों को ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने से ‘सम्मानपूर्वक परहेज’ करने की सलाह दी है।
बयान में कहा गया है कि एमएमयू स्थानीय समाचार पत्रों द्वारा जम्मू-कश्मीर की धार्मिक पहचान और आस्था की सीमाओं के प्रति उचित संवेदनशीलता दिखाए बिना इस तरह की प्रचार सामग्री को पुन: प्रस्तुत करने और बढ़ावा देने पर भी चिंता व्यक्त करता है।
बयान में कहा गया कि यह क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से धार्मिक विवेक और संवेदनशीलता के प्रति सम्मान के लिए जाना जाता है।
भाषा संतोष नरेश
नरेश

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