मेरा अगला लक्ष्य महिलाओं को हर महीने 1,100 रुपये उपलब्ध कराना है: मान

मेरा अगला लक्ष्य महिलाओं को हर महीने 1,100 रुपये उपलब्ध कराना है: मान

मेरा अगला लक्ष्य महिलाओं को हर महीने 1,100 रुपये उपलब्ध कराना है: मान
Modified Date: October 27, 2024 / 10:24 pm IST
Published Date: October 27, 2024 10:24 pm IST

चंडीगढ़, 27 अक्टूबर (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को कहा कि उनका अगला लक्ष्य महिलाओं को हर महीने 1,100 रुपये उपलब्ध कराना है।

भगवंत मान ने यह बात होशियारपुर जिले के चब्बेवाल निर्वाचन क्षेत्र में 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार इशांक चब्बेवाल के लिए प्रचार के दौरान कही।

चब्बेवाल में सभा में बड़ी संख्या में महिलाओं की उपस्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि माताएं और बहनें केवल आम आदमी पार्टी की रैलियों में इसलिए आती हैं क्योंकि उन्हें पता है कि आप सरकार उनकी जरूरतों का ख्याल रखती है।

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उन्होंने कहा कि उनका अगला लक्ष्य महिलाओं को हर महीने 1,100 रुपये उपलब्ध कराना है।

आप ने वादा किया था कि अगर वह सत्ता में आई तो हर महिलाओं को 1,000 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे। इस साल मई में मान ने कहा था कि उनकी सरकार महिलाओं को 1,000 रुपये की जगह 1,100 रुपये देगी।

चब्बेवाल में रैली के दौरान मुख्यमंत्री ने इशांक की तारीफ करते हुए कहा कि वह एक युवा उम्मीदवार हैं जो स्थानीय मुद्दों को समझते हैं। उन्होंने कहा इशांक को जिताइए और वह जो भी काम मेरे पास लेकर आएंगे, मैं उसे तुरंत मंजूरी दूंगा।’

इशांक आप के होशियारपुर से सांसद राज कुमार चब्बेवाल के बेटे हैं।

इस अवसर पर मान ने कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) दोनों पर तीखा हमला बोला।

कांग्रेस पर हमला करते हुए मान ने कहा कि वे सत्ता के लिए लड़ते हैं, जबकि हम आपके बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए लड़ते हैं।

उन्होंने कहा कि हमने पंजाब के लोगों को मुफ्त बिजली मुहैया कराई है और अच्छे स्कूल एवं अस्पताल बनवा रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘सड़कों पर होने वाली मौतों को कम करने के लिए हमने ‘सड़क सुरक्षा बल’ का गठन किया और उन्हें आधुनिक वाहन उपलब्ध कराए। परिणामस्वरूप, पिछले छह महीनों में मौतों में 45 प्रतिशत की कमी आई है। इसके अतिरिक्त हमने पिछले ढाई वर्षों में युवाओं को 45,000 से अधिक नौकरियां प्रदान की हैं।’

मान ने कहा कि आप सरकार पार्टी और इसके संयोजक अरविंद केजरीवाल की साफ नीयत के कारण ही दिल्ली और पंजाब में इतनी उपलब्धियां हासिल कर पाई है।

उन्होंने कहा, ‘इसलिए दिल्ली की तरह हमने यहां भी आम आदमी क्लीनिक और उत्कृष्ट विद्यालय खोले हैं। हम यहां लोगों की सेवा करने के लिए हैं।’

अकाली दल पर निशाना साधते हुए मान ने कहा कि जो लोग दावा करते थे कि वे 25 साल तक शासन करेंगे, वे अब चार सीटों – गिद्दरबाहा, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल और बरनाला – पर उपचुनाव लड़ने के लिए चार उम्मीदवार भी नहीं ढूंढ़ पाए हैं।

शिअद ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह 13 नवंबर को चार सीटों के लिए होने वाले विधानसभा उपचुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारेगी।

यह घटनाक्रम तब हुआ जब शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को अकाल तख्त से कोई अस्थायी राहत नहीं मिल पाई। अकाल तख्त ने उन्हें 2007 से 2017 तक उनकी पार्टी और सरकार द्वारा की गई गलतियों के लिए ‘तनखैया’ (धार्मिक कदाचार ) घोषित किया है।

हालांकि, मान ने कहा कि अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने अकाली दल को उपचुनाव लड़ने से नहीं रोका है और यह प्रतिबंध केवल अकाली दल प्रमुख पर है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अकाली दल के सदस्य सुखबीर बादल को ‘जरनैल’ कह रहे हैं, लेकिन उन्हें बताना चाहिए कि उन्होंने कौन सी लड़ाई लड़ी है। उन्होंने केवल अराजकता फैलाई है तथा पंजाब और अकाली दल दोनों को नुकसान पहुंचाया है। अगर अकाली दल ने सुखबीर बादल के बिना चुनाव लड़ा होता, तो उन्हें और भी अधिक वोट मिलते।’

भाषा योगेश रंजन

रंजन


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