नैनीताल: दो दिन बाद बारिश से राहत मिलने पर पर्यटक घूमने निकलने |

नैनीताल: दो दिन बाद बारिश से राहत मिलने पर पर्यटक घूमने निकलने

नैनीताल: दो दिन बाद बारिश से राहत मिलने पर पर्यटक घूमने निकलने

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:49 PM IST, Published Date : October 20, 2021/4:50 pm IST

देहरादून/नैनीताल, 20 अक्टूबर (भाषा) भारी बारिश के कारण बेहाल नैनीताल में बुधवार को हालात सामान्य होते दिखे। भारी बारिश के कारण सड़के अवरुद्ध होने से जहां नैनीताल का उत्तराखंड के अन्य हिस्सों से संपर्क कट गया था, वहीं पर्यटक भी होटलों में कैद रहने को मजबूर हो गए थे।

रविवार रात से शुरू हुई बारिश से सबसे अधिक कुमाऊं क्षेत्र प्रभावित हुआ, जिसके अतंर्गत नैनीताल भी आता है। उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद नदियां उफना गई और घरों व पुलों के बह जाने की घटनाओं में कम से कम 46 लोगों की मौत हो चुकी है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य में हालात का जायजा लेने के लिए बुधवार शाम को राजधानी देहरादून का दौरा कर सकते हैं।

उधर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को कुमाऊं के बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा किया। धामी रुद्रप्रयाग, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिले में प्रभावित इलाकों का पहले ही दौरा कर चुके हैं। बुधवार को उन्होंने खटीमा, चंपावत और अल्मोड़ा में भी स्थिति का जायजा लिया।

धामी ने कहा कि राज्य में बारिश के कारण हुई घटनाओं के चलते कम से कम 46 लोगों की मौत हुई है जबकि 11 अन्य लापता हैं।

गोला नदी में उफान के चलते नैनीताल में काठगोदाम रेलवे की पटरियों को नुकसान पहुंचा है। जिले में अब तक कम से कम 29 लोगों की मौत हो चुकी है।

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने पीटीआई-भाषा को बताया कि काठगोदाम में क्षतिग्रस्त पटरियों की मरम्मत में चार या पांच दिन लग सकते हैं।

नैनीताल में बुधवार सुबह हालात सामान्य हुए और बारिश थमने से पर्यटक बाजार में शॉपिंग करने और पर्यटन के लिए निकले। शहर में टैक्सियां आम दिनों की तरह चलती दिखाई दीं।

उत्तर प्रदेश से आए एक पर्यटक ने कहा, ”मंगलवार को लगातार बारिश होने के कारण हम अपने होटल में ही बंद रहने को मजबूर हुए।”

बुधवार सुबह तक सड़क से पानी लगभग पूरी तरह हट चुका था। नैनी झील के उफना जाने से पानी सड़कों पर आ गया था और जलभराव से चलना मुश्किल हो गया था।

अधिकारियों ने बताया कि शहर में बारिश के कारण प्रभावित हुई बिजली आपूर्ति और फोन सेवाओं को बहाल कर दिया गया है। हालांकि, दूर-दराज के गांवों में अभी आपूर्ति प्रभावित है।

नैनीताल के जिलाधिकारी धीरज गर्बियाल ने कहा कि मौसम में सुधार के साथ ही दिन के दौरान राहत एवं पुनर्वास कार्यों में तेजी लायी जाएगी।

वहीं, नैनीताल से जुड़ने वाले हल्द्वानी और कालाडूंगी मार्ग को आंशिक रूप से यातायात के लिए खोल दिया गया है। इन मार्गों से सोमवार को पूरी तरह जबकि मंगलवार को आशिंक तौर पर संपर्क टूट गया था। कुछ स्थानों पर भूस्खलन की आशंका के चलते नैनीताल-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर केवल हल्के वाहनों की आवाजाही बहाल की गई है।

भाषा शफीक पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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