Nainital Woman Viral Video: “रेप के आरोपी जेल में है… फिर दुकानों को क्यों जला रहे हो?” इस महिला ने भीड़ को दी खुली चुनौती, वायरल हो रहा है वीडियो
रेप के आरोपी जेल में है… फिर दुकानों को क्यों जला रहे हो?...Nainital Woman Viral Video: "The rape accused is in jail... then why are you
Nainital woman viral video | Image Source | IBC24
- नैनीताल में नाबालिग से दुष्कर्म के बाद फैला तनाव,
- नैनीताल में तनाव के बीच एक महिला ने दिखाई हिम्मत,
- भीड़ के बीच महिला ने उठाया इंसाफ का सवाल,
नैनीताल: Nainital woman viral video एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की दर्दनाक घटना के बाद जहाँ पूरा इलाका आक्रोश की आग में झुलस रहा है वहीं इस संवेदनशील माहौल में एक बहादुर महिला ने इंसाफ और इंसानियत की बुलंद आवाज़ उठाई। आरोपी उस्मान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन इसके बावजूद कुछ लोगों ने इस वारदात के नाम पर मुसलमानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। ऐसे में जब अधिकांश लोग चुप थे या डर से पीछे हट गए तब यह महिला अकेली उस भीड़ के बीच खड़ी हो गई।
महिला ने भीड़ के सामने पूछा सवाल
Nainital woman viral video भीड़ में खड़े होकर इस महिला ने वह सवाल पूछा जो अक्सर दंगों और नफरत में गुम हो जाते हैं “जब आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है, तो बाकी मुसलमानों को क्यों निशाना बनाया जा रहा है? दुकानों में आग क्यों लगाई जा रही है? क्या यही न्याय है?”
मिलिए इस बहादुर महिला से।
नैनीताल में एक नाबालिग़ बच्ची के रेप के बाद जिस तरह से वहाँ आम मुसलमानों को टार्गेट किया जा रहा वो आप सब ने देखा है। जबकि रेप का आरोपी उस्मान पुलिस कि गिरफ्त में है।
जब मुसलमानों को टार्गेट किया जा रहा तब ये अकेली महिला भीड़ में खड़ी हो गई। इसने पूछा… pic.twitter.com/YYFyXMapJ8
— Ashraf Hussain (@AshrafFem) May 1, 2025
इंसाफ सबके लिए बराबर हो
Nainital Woman Viral Video: “रेप के आरोपी जेल में है… फिर दुकानों को क्यों जला रहे हो?” इस महिला ने भीड़ को दी खुली चुनौती, वायरल हो रहा है वीडियो इस महिला ने आगे यह भी कहा कि जब किसी जानवर के साथ दुष्कर्म हुआ था, तब किसी ने धर्म नहीं पूछा था। “तब तो कोई सड़क पर नहीं आया, अब सब हिंदू-मुस्लिम क्यों कर रहे हैं?” — ये उसके शब्द थे, जो उस भीड़ की चुप्पी तोड़ते नज़र आए। उसकी आवाज़ सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है जहाँ लोग उसे ‘हिम्मत वाली बहन’ और ‘इंसाफ की सच्ची आवाज़’ कह रहे हैं। इस महिला ने यह साबित किया कि इंसाफ के लिए खड़ा होना मुश्किल जरूर है, लेकिन असंभव नहीं।

Facebook



