एनसीईआरटी ने स्वदेशी पर केंद्रित मॉड्यूल शुरू किया

एनसीईआरटी ने स्वदेशी पर केंद्रित मॉड्यूल शुरू किया

एनसीईआरटी ने स्वदेशी पर केंद्रित मॉड्यूल शुरू किया
Modified Date: October 3, 2025 / 07:13 pm IST
Published Date: October 3, 2025 7:13 pm IST

नयी दिल्ली, तीन अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने ‘स्वदेशी’ पर विशेष मॉड्यूल जारी किया है, जिसमें 1905 से लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भरता के आह्वान तक इस आंदोलन की यात्रा को दर्शाया गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष लाल किले की प्राचीर से अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में “आत्मनिर्भर भारत” को विकसित भारत का आधार बताया था।

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों के साथ बातचीत में, प्रधानमंत्री ने पिछले महीने कहा था कि शिक्षक आमतौर पर अपने छात्रों को होमवर्क देते हैं, लेकिन वह बदलाव के लिए शिक्षकों को एक “होमवर्क” देना चाहते हैं – वह है स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और “मेक इन इंडिया” और “वोकल फॉर लोकल” को प्रोत्साहन देने के लिए अपने छात्रों के साथ अभियान का नेतृत्व करना।

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एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित दो मॉड्यूल – स्वदेशी: वोकल फॉर लोकल (मिडिल चरण के लिए) और स्वदेशी: आत्मनिर्भर भारत के लिए (माध्यमिक चरण के लिए) – में प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस के संबोधन के अंश शामिल हैं, जिसमें उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि आत्मनिर्भरता भारत को विकसित भारत की ओर ले जाएगी।

मॉड्यूल में कहा गया, “स्वदेशी आंदोलन भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान शुरू हुआ जब अंग्रेजों ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया।…स्वदेशी के नारे ने लोगों से आयातित वस्तुओं को अस्वीकार करने और भारतीय निर्मित उत्पादों को अपनाने का आग्रह किया।”

इसमें कहा गया, “स्वदेशी का आह्वान भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सबसे शक्तिशाली हथियारों में से एक बन गया। स्वदेशी का अर्थ केवल विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार ही नहीं था, बल्कि इसका उद्देश्य भारतीय विकल्प तैयार करना भी था।”

एनसीईआरटी मॉड्यूल आत्मनिर्भरता के माध्यम से अंतरिक्ष, रक्षा और स्वास्थ्य में भारत की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हैं।

समकालीन दौर में स्वदेशी की यात्रा का विवरण देते हुए, मॉड्यूल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार द्वारा ‘मेक इन इंडिया’ से लेकर ‘स्टार्ट अप इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’ से लेकर ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ तक के कार्यक्रमों की सूची दी गई है।

पुस्तकों में सामरिक आत्मनिर्भरता की शक्ति के उदाहरण के रूप में वियतनाम और इजरायल का भी उल्लेख किया गया है।

भाषा प्रशांत नरेश

नरेश


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