एनसीआरटीसी ने नमो भारत कॉरिडोर पर एस्केलेटर के सुरक्षित उपयोग के लिए अभियान शुरू किया

एनसीआरटीसी ने नमो भारत कॉरिडोर पर एस्केलेटर के सुरक्षित उपयोग के लिए अभियान शुरू किया

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  • Publish Date - December 7, 2025 / 05:04 PM IST,
    Updated On - December 7, 2025 / 05:04 PM IST

नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) तीव्र गति नमो भारत कॉरिडोर पर यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने अपने स्टेशनों पर स्वचालित सीढ़ियों (एस्केलेटर) के सुरक्षित उपयोग पर एक विशेष जागरूकता अभियान शुरू किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।

इस पहल के तहत एनसीआरटीसी और इसके संचालन तथा रखरखाव साझेदार, डीबी आरआरटीएस इंडिया की टीम ने कई नमो भारत स्टेशनों पर और ट्रेन में सवार यात्रियों के साथ बातचीत की, ताकि बुनियादी एस्केलेटर सुरक्षा नियमों और जिम्मेदार यात्रा व्यवहार के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके।

एक बयान के अनुसार पहले चरण में इस अभियान की अधिकतम पहुंच के लिए आनंद विहार, गाजियाबाद और मेरठ दक्षिण समेत अधिक भीड़भाड़ वाले स्टेशनों को शामिल किया गया।

बातचीत के दौरान यात्रियों को परामर्श दिया गया कि वे एस्केलेटर का उपयोग करते समय रेलिंग को पकड़ें, जल्दबाजी से बचें, मोबाइल फोन का उपयोग न करें तथा भारी सामान ले जाते समय लिफ्ट का इस्तेमाल करें।

इसमें कहा गया है कि उन्हें आपातकालीन स्टॉप बटन के स्थान और उनके उचित उपयोग के बारे में भी बताया गया। स्टेशन परिसर में प्रमुख सुरक्षा संदेशों वाले बैनर और पोस्टर प्रमुखता से प्रदर्शित किये गये।

बयान के अनुसार बच्चों की सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया तथा कर्मचारियों ने बच्चों के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों को आवश्यक सावधानियों के बारे में जागरूक किया, जैसे कि बच्चों के हाथों को मजबूती से पकड़ना, उन्हें किनारों से दूर रखना तथा उन्हें एस्केलेटर पर दौड़ने या खेलने से रोकना।

एनसीआरटीसी ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस तरह के जागरूकता अभियान सुरक्षित यात्रा की संस्कृति को मजबूत करने और सभी नमो भारत उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित और विश्वसनीय अनुभव सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इसने कहा कि सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए, सभी नमो भारत स्टेशनों और रेलगाड़ियों को चौबीसों घंटे सीसीटीवी निगरानी से सुसज्जित किया गया है, जिसकी निगरानी एक केंद्रीय सुरक्षा नियंत्रण केंद्र से की जाती है।

इसके अनुसार प्रत्येक स्टेशन में स्थानीय प्राधिकारियों के साथ त्वरित समन्वय के लिए एक समर्पित पुलिस कक्ष भी है, जबकि प्रवेश बिंदुओं पर यात्रियों की जांच ‘मल्टी-जोन डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर’ (डीएफएमडी) के माध्यम से की जाती है।

बयान में कहा गया है कि वर्तमान में, 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर का न्यू अशोक नगर और मेरठ साउथ के बीच 55 किलोमीटर लंबा हिस्सा, जिसमें 11 स्टेशन शामिल हैं, संचालित है।

इसमें कहा गया है कि शेष खंड को जल्द ही जनता के लिए खोल दिए जाने की उम्मीद है।

भाषा देवेंद्र धीरज

धीरज