New wage code july 2022: जुलाई से घट जाएगी ‘कैश इन हैंड सैलरी’, पर इस लाभ से हो जाएंगे मालामाल
new wage code july 2022 : केंद्र सरकार अगले महीने से नया वेज कोड लागू कर सकती है। इस वजह से आपके हाथ पर मिलने वाली 'कैश इन हैंड सैलरी' कम ...
Nainital bank hikes fixed deposit interest rates
new wage code july 2022 : केंद्र सरकार अगले महीने से नया वेज कोड लागू कर सकती है। इस वजह से आपके हाथ पर मिलने वाली ‘कैश इन हैंड सैलरी’ कम हो सकती है। ऐसे में आपके घर का बजट बिगड़ सकता है। आपके किचन का बजट बिगड़ सकता है। इसके साथ ही अन्य भी परेशानी बढ़ सकती है। यदि 1 जुलाई से वेज कोड बदलता है, तो निजी क्षेत्र के कर्मचारी इससे सीधे तौर पर प्रभावित होंगे।
यह भी पढ़ें : मजा नहीं आ रहा बॉस… लिखकर छोड़ दी नौकरी…. वायरल हुआ कर्मचारी का रेजिग्नेशन लेटर
नए वेज कोड 1 जुलाई से लागू किया जा सकता है। नए नियमों के तहत, प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी, उनकी टोटल सैलरी की कम से कम 50 फीसदी हो जाएगी। इस बदलाव से उनका PF कंट्रीब्यूशन बढ़ जाएगा। रिटायरमेंट के लिहाज से एक्सपर्ट इस बदलाव को अच्छा मान रहे हैं। इसके साथ ही कर्मचारियों के ग्रेच्युटी भी बढ़ जाएगी। यह भी रिटायर होने के बाद कर्मचारियों को अधिक फायदा देगा।
यह भी पढ़ें: ‘जिस दिन कांग्रेस खत्म होगी उसी दिन मोदी भी…’
प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों को इस बदलाव से फायदा और घाटा दोनों एक साथ होने वाला है। ऐसे कर्मचारियों के लिए फायदे की बात ये है कि नया वेज कोड रिटायरमेंट के फायदों को बढ़ा देगा। हालांकि नुकसान की बात ये है कि प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों की इन-हैंड सैलरी यानी टेक होम सैलरी कम हो जाएगी।
मौजूदा सैलरी स्ट्रक्चर
बेसिक सैलरी – 35-40%
HRA – 15%
ट्रांसपोर्ट अलाउंस – 15%
स्पेशल अलाउंस – 30-35%
यह भी पढ़ें: अग्निपथ के बाद अब पूरे देश में लागू की जाएगी केंद्र सरकार की ये महत्वपूर्ण योजना
नए वेज कोड से ये होंगे बदलाव
new wage code july 2022 : वेज कोड 2019 के प्रावधानों के तहत, कर्मचारी की बेसिक सैलरी, टोटल सैलरी या CTC की कम से कम 50 फीसदी होनी चाहिए। बेसिक सैलरी बढ़ने का सीधा मतलब PF कंट्रीब्यूशन और ग्रेच्युटी बढ़ना है। दूसरी ओर इससे टेक होम सैलरी घट सकती है। नए वेज कोड के लागू होने से PF कंट्रीब्यूशन के साथ कर्मचारी की ग्रेच्युटी भी बढ़ जाएगी। उदाहरण के लिए अगर आपकी लास्ट सैलरी 50,000 रुपये है और आपने 5 साल किसी कंपनी में काम किया है तो आपकी ग्रेच्युटी 1।25 लाख रुपए बनेगी। नई व्यवस्था में ग्रेच्युटी की गणना ‘डीम्ड’ बेसिक सैलरी के आधार पर होगी, जो कि टोटल सैलरी के 50 फीसदी से कम नहीं होनी चाहिए। यानी अगर आपकी टोटल सैलरी 2 लाख रुपये है और बेसिक सैलरी 50 हजार रुपये है, तो आपकी ग्रेच्युटी एक लाख रुपये (2 लाख रुपये के ग्रॉस पे का 50 फीसदी)

Facebook



