नयी दिल्ली, 15 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में हुई हिंसा का संज्ञान लेते हुए मंगलवार को कहा कि वह मामले की ‘‘गंभीरता’’ के मद्देनजर जांच के लिए मौके पर अपनी एक टीम भेजेगा।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कहा कि यह कार्रवाई उसके समक्ष शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद की गई है।
उसने कहा कि जांच रिपोर्ट तीन सप्ताह की अवधि के भीतर पेश की जानी चाहिए।
शिकायत उन विभिन्न ‘‘सोशल मीडिया समाचार लेखों’’ से संबंधित है, जिसमें कानून के खिलाफ जारी विरोध के बीच दो नामित व्यक्तियों – पिता और पुत्र- की कथित हत्या को उजागर किया गया है।
एनएचआरसी ने कहा, ‘‘मामले की गंभीरता को देखते हुए एनएचआरसी के महानिदेशक (जांच) को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में मौके पर जांच के लिए आयोग के जांच प्रभाग से अधिकारियों/कर्मचारियों की एक टीम नियुक्त करने का निर्देश दिया जाता है।’’
उसने कहा कि जांच रिपोर्ट आयोग को तीन सप्ताह में सौंपी जानी चाहिए।
सुती, धुलियान, शमशेरगंज और जंगीपुर इलाकों में शुक्रवार दोपहर से भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य लोग घायल हुए हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध के दौरान मुस्लिम बहुल जिले में हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक कुल 221 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
भाषा सिम्मी माधव
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