Action Against Gurpatwant Singh Pannu: NIA ने खालिस्तानी आतंकी पन्नू के खिलाफ लिया बड़ा एक्शन, 2 पॉपर्टी की जब्त
Action Against Gurpatwant Singh Pannu: अमेरिका में मौजूद खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू पर NIA ने बड़ी कार्रवाई की है।
Gurpatwant Singh Pannu died
नई दिल्ली : Action Against Gurpatwant Singh Pannu: अमेरिका में मौजूद खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू पर NIA ने बड़ी कार्रवाई की है। NIA ने पंजाब के चंडीगढ़ और अमृतसर में पन्नू संपत्ति जब्त की। अमृतसर में कृषि भूमि और चंडीगढ़ के सेक्टर 15 में पन्नू की संपत्ति जब्त की गई। अमेरिका में बैठे खालिस्तानी आतंकी के खिलाफ कनाडा ने डोजियर सौंपे जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं की। बता दें कि इससे कनाडा में रह रहे खालिस्तानी आतंकियों पर बड़ा खुलासा हुआ है। एजेंसियों की रिपोर्ट से ट्रूडो सरकार एक्सपोज हो गई है। गुरपतवंत सिंह पन्नू समेत कई खालिस्तानियों की डोजियर कॉपी कनाडा सरकार को सौंपी गई थी।
जानकारी के बाद भी कनाडा सरकार ने नहीं की कार्रवाई
Action Against Gurpatwant Singh Pannu: बता दें कि, भारतीय एजेंसियों ने डोजियर की कॉपी तैयार की थी। उसमें आतंकी हरदीप निज्जर के अपराधों की भी पूरी लिस्ट थी। आतंकवादी निज्जर और आंतकी पन्नू की जानकारी कनाडा से शेयर की गई थी। लेकिन कनाडा ने दोनों आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। कनाडा में मारे गए खालिस्तानी आतंकी निज्जर के बारे में भारत ने समय-समय पर कनाडा सरकार को जानकारी दी थी और बताया था कि उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया है। लेकिन कनाडा प्रशासन ने कभी भी निज्जर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। अमेरिका ने भी निज्जर को अपनी नो फ्लाई लिस्ट डाला हुआ था. निज्जर के अमेरिका जाने पर रोक थी।
रोज सामने आ रहे निज्जर के नए अपराध
Action Against Gurpatwant Singh Pannu: जान लें कि आतंकी हरदीप निज्जर के अपराधों को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे है। बताया जा रहा है 2012 में निज्जर ने पाकिस्तान जाकर वहां हथियारों की ट्रेनिंग भी ली थी। कनाडा में गुरुद्वारे के बाहर मारे गए खालिस्तानी आतंकी निज्जर के गुनाहों की लिस्ट बड़ी लंबी है। हरदीप निज्जर कोई धार्मिक व्यक्ति नहीं बल्कि एक आतंकवादी था। कनाडा की नागरिकता पाने के बाद निज्जर ने अपने इरादों पर अमल शुरू कर दिया था। खालिस्तान मामले में अपनी रुचि के चलते निज्जर ने आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस का दामन थाम लिया। ये संगठन आज भी भारत में बैन है।

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