सिलचर (असम), 22 सितंबर (भाषा) असम के सिलचर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी-सिलचर) के निदेशक दिलीप कुमार बैद्य ने शुक्रवार को उन विद्यार्थियों से मुलाकात करके कार्रवाई का आश्वासन दिया जो संस्थान के छात्रावास में इंजीनियरिंग तृतीय वर्ष के एक छात्र की कथित खुदकुशी को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। निदेशक ने विद्यार्थियों से वादा किया कि उनकी मांगों को दो दिन के अंदर पूरा किया जाएगा।
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे विद्यार्थियों में से 10 की हालत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराए जाने के एक दिन बाद निदेशक ने विद्यार्थियों को यह आश्वासन दिया। अस्पताल में भर्ती एक प्रदर्शनकारी विद्यार्थी की हालत नाजुक बताई जा रही है।
इसके पहले तक नहीं मिलने के लिए बैद्य ने विद्यार्थियों से माफी मांगी। ये विद्यार्थी अरुणाचल प्रदेश के एक छात्र के गत शुक्रवार को मृत पाये जाने के बाद से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
संस्थान स्थित ‘न्यू गैलरी’ में निदेशक की विद्यार्थियों के साथ बैठक एक घंटे से अधिक समय तक चली। इस दौरान निदेशक ने विद्यार्थियों से भूख हड़ताल वापस लेने का आग्रह किया, लेकिन विद्यार्थी अपने रुख पर अड़े रहे। विद्यार्थियों ने कहा कि उनका विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक उन्हें लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता।
विद्यार्थियों की मांग में संस्थान के डीन (एकेडेमिक्स) बीके रॉय का इस्तीफा भी शामिल है जिनपर आत्महत्या के मामले में आरोप लगाये गये हैं। इसके अलावा विरोध प्रदर्शन में शामिल विद्यार्थियों के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं करने की मांग भी की गई है।
बैद्य ने विद्यार्थियों को बताया कि रॉय को अस्थायी तौर पर पद से हटा दिया गया है और उन्हें अगले दो दिन में स्थायी रूप से हटा दिया जाएगा।
विद्यार्थी आरोप लगा रहे हैं कि रॉय ने वर्ष 2021 में पहले सेमेस्टर की परीक्षा में छह विषय में बैकलॉग आने पर छात्र को अपमानित किया था। विद्यार्थियों का दावा है कि लॉकडाउन के दौरान छात्र अरुणाचल प्रदेश में अपने घर पर था और इंटरनेट की खराब ‘कनेक्टिविटी’ के कारण वह ऑनलाइन कक्षाओं में शामिल होने में असमर्थ रहा जिसके कारण उसका बैकलॉग आया।
विद्यार्थियों ने कहा कि इसके बाद पीड़ित छात्र ने संस्थान के अधिकारियों से एक विशेष परीक्षा कराने की अपील की थी ताकि वह परीक्षा पास कर सके, लेकिन रॉय ने कथित तौर पर उसको अपमानित किया। उन्होंने कहा कि इसके बाद छात्र ने छात्रवास के कमरे में खुद को बंद कर लिया और बाद में उसका शव फंदे से लटका मिला।
भाषा
संतोष वैभव
वैभव