करीब 40 साल पहले खरीदी गई जमीन में कोई अवैधता नहीं: केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी
करीब 40 साल पहले खरीदी गई जमीन में कोई अवैधता नहीं: केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी
बेंगलुरु, 19 फरवरी (भाषा) केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी ने राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा रामनगर जिले में उनकी जमीन का सर्वेक्षण किए जाने के बीच बुधवार को कहा कि करीब चालीस साल पहले उन्होंने जो जमीन खरीदी थी, उसमें कोई अवैधता नहीं है।
जनता दल (एस) नेता ने दावा किया कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर भी निशाना साधा।
कुमारस्वामी ने कहा, “मैंने 40 साल पहले जमीन खरीदी थी। चालीस साल से कई बार सर्वेक्षण और जांच हो चुकी है। मैं इसके लिए तैयार हूं…40 साल तक कोई शिकायतकर्ता नहीं था। अब अचानक वे कैसे सामने आ गए?”
उन्होंने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 1986-87 में ही कांग्रेस नेता सी एम लिंगप्पा और जिला पंचायत सदस्य रामचंद्र ने तत्कालीन मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री तथा अन्य को एक याचिका सौंपकर आरोप लगाया था कि जमीन अवैध रूप से खरीदी गई है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मेरे पास सारे दस्तावेज हैं। यह सरकार और राज्य के संसाधनों की रक्षा करने का दावा करने वाले (कार्यकर्ता) मेरे खिलाफ हो गए हैं। अभी तक मुझे उच्च न्यायालय से कोई नोटिस नहीं मिला है।”
उन्होंने कहा, “जब मुझे पता चला कि अधिकारी बिना नोटिस दिए ही मेरी जमीन का सर्वेक्षण करने आ रहे हैं, तो मैंने प्रधान सचिव और उपायुक्त से इस बारे में पूछा, तब जाकर उन्होंने नोटिस दिया। मैंने सर्वेक्षण की अनुमति दी। मैंने उनसे यह भी कहा कि वे किसी भी अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से सर्वेक्षण करवा सकते हैं।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने जो जमीन खरीदी है, उसमें कोई अवैधता नहीं है। उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि उनके पास दस्तावेजी सबूत हैं कि किसने किस तरह की अवैधताएं की हैं और कैसे सरकारी जमीनों पर दूसरों ने अवैध कब्जा कर लिया है।
राजस्व विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को रामनगर जिले के बिदादी होबली के केथागनहल्ली में कुमारस्वामी की कृषि भूमि का सर्वेक्षण किया।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि कुमारस्वामी ने 14 एकड़ सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया है। उच्च न्यायालय ने राजस्व विभाग को रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था।
सरकार ने कुमारस्वामी पर भूमि अतिक्रमण के आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था।
भाषा नोमान वैभव
वैभव

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