भद्रक (ओडिशा), 25 दिसंबर (भाषा) ओडिशा के भद्रक जिले में 10 वर्षीय बच्ची से कथित रूप से दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या की घटना के विरोध में विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस द्वारा आहूत छह घंटे के बंद के कारण बृहस्पतिवार को चांदबाली प्रखंड में सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल की भारी संख्या में तैनाती की गई और फिलहाल कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है।
स्थानीय लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं समेत प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर इलाके की प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध कर दिया, जिससे चांदबाली और आसपास के इलाकों में यातायात बाधित हो गया। वामपंथी कार्यकर्ताओं ने भी बंद में हिस्सा लिया।
प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी द्वारा मृतक के परिजनों के लिए घोषित 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता को अस्वीकार कर दिया और इसके बजाय मुआवजे के रूप में 50 लाख रुपये की मांग की।
बीजद के स्थानीय विधायक ब्योमकेश रे ने कहा कि दुकानें, बाजार और व्यवसायिक प्रतिष्ठान बड़ी संख्या में बंद रहे व हड़ताल के जरिए स्थानीय लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया।
चांदबाली थाना क्षेत्र के बालिगांव में झाड़ियों के पास कक्षा तीन की छात्रा का शव मंगलवार को मिला और इस घटना के संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है तथा गुस्साई भीड़ ने उसके घर में तोड़फोड़ कर दी।
विपक्ष ने कानून और व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा।
बीजद और कांग्रेस ने मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी के इस्तीफे की मांग की है।
मुख्यमंत्री मांझी के पास गृह विभाग का प्रभार भी है।
भाषा यासिर पवनेश
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