ओडिशा ट्रेन दुर्घटना : विपक्षी नेताओं ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर उठाये सवाल |

ओडिशा ट्रेन दुर्घटना : विपक्षी नेताओं ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर उठाये सवाल

ओडिशा ट्रेन दुर्घटना : विपक्षी नेताओं ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर उठाये सवाल

:   Modified Date:  June 3, 2023 / 06:46 PM IST, Published Date : June 3, 2023/6:46 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

नयी दिल्ली, तीन जून (भाषा) ओडिशा में हुए रेल हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए विपक्षी नेताओं ने शनिवार को रेलवे द्वारा यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के महत्व पर जोर दिया। कई नेताओं ने इस हादसे में जवाबदेही तय करने और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की भी मांग की।

ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर कम से कम 288 हो गई। इस दुर्घटना में 803 से अधिक लोग घायल हैं।

कांग्रेस ने भीषण रेल हादसे पर दुख जताते हुए शनिवार को कहा कि यह दुर्घटना इस बात को सोचने के लिए बाध्य करती है कि रेलवे में सुरक्षा हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।

पार्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रेल मंत्री वैष्णव से पूछने के लिए कई सवाल हैं लेकिन इन सवालों को बाद में पूछा जायेगा क्योंकि तात्कालिक काम राहत और बचाव का है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के सभी नेताओं को निर्देश दिया है कि वह अपने स्तर पर हर संभव मदद करें।

खरगे ने ट्वीट किया, ‘ओडिशा में हुई भयावह रेल दुर्घटना एक राष्ट्रीय त्रासदी से कम नहीं है। मैंने समूचे कांग्रेस पार्टी संगठन को इस मौके पर निर्देशित किया है कि इस आपदा में पीड़ितों की यथासंभव मदद की जाये। विभिन्न राज्यों के कांग्रेस नेता घटनास्थल पर पहुंच गए हैं या शीघ्र बालासोर पहुंच जाएंगे।’

उन्होंने कहा, ‘‘इस आपदा की घड़ी में मैं उन सभी परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं जिनके परिजनों ने अपनी जान गंवाई। हमारे पास प्रधानमंत्री और रेल मंत्री से पूछने लायक कई सवाल हैं, जिसके लिए प्रतीक्षा की जा सकती है। फिलहाल तात्कालिक जरूरत राहत और बचाव की है।’

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि इस दुर्घटना को लेकर कई सवाल उठाने की जरूरत है, लेकिन उनकी पार्टी इन सवालों को रविवार को उठाएगी।

रमेश ने ट्वीट किया, ‘ओडिशा में हुआ रेल हादसा वाकई बहुत दर्दनाक है। यह अत्यंत दुख का विषय है। यह हादसा इस बात पर सोचने के लिए बाध्य करता है कि रेल नेटवर्क के कामकाज में सुरक्षा हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता क्यों होनी चाहिए। ऐसे कई सवाल हैं जिन्हें उठाने की ज़रूरत है, लेकिन आज नहीं कल उठाएंगे।’

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ओडिशा में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना ‘‘इस सदी का सबसे बड़ा’’ रेल हादसा है और सच्चाई का पता लगाने के लिए उचित जांच की आवश्यकता है।

रेल मंत्री के तौर पर दो बार सेवाएं दे चुकीं बनर्जी बचाव अभियान का जायजा लेने के लिए शनिवार दोपहर दुर्घटनास्थल पहुंचीं। उन्होंने वहां पहले से मौजूद रेल मंत्री वैष्णव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से बात की।

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह इस सदी का सबसे बड़ा ट्रेन हादसा है और इसकी उचित जांच की जानी चाहिए।’’

टीएमसी के प्रवक्ता साकेत गोखले ने ट्वीट किया, ‘‘दुर्घटना से प्रभावित लोगों और उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं… कथित तौर पर सिग्नल में खराबी के कारण तीन रेलगाड़ियों की टक्कर हुई, जो विश्वास से परे और चौंकाने वाला है। गंभीर सवाल हैं, जिनका जवाब देने की जरूरत है।’’

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (भाकपा-माले) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने भी यही सवाल उठाया।

उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘क्या भारतीय रेलवे में अब हमारे पास कोई सिग्नल या सुरक्षा प्रणाली नहीं रह गई है? या क्या इस तरह के रेल हादसे भारत में रेल यात्रा के लिए सामान्य बात हो जायेगी? हमें पीड़ितों और इस हादसे में अपनों को खोने वाले परिवारों को जवाब देना चाहिए।’’

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सांसद बिनॉय विश्वम ने इस दुर्घटना को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की।

विश्वम ने ट्वीट किया, ‘‘सरकार केवल लग्जरी ट्रेन पर ध्यान केंद्रित करती है। आम लोगों की ट्रेन और पटरियों की उपेक्षा की जाती है। ओडिशा में हुए हादसे में लोगों की मौत इसी का परिणाम है। रेल मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।’’

दुर्घटना के पीड़ितों को अनुग्रह राशि दिये जाने संबंधी वैष्णव के एक ट्वीट को टैग करते हुए, ओडिशा से कांग्रेस के सांसद सप्तगिरि उल्का ने कहा, ‘‘आपको पहले इस्तीफा दे देना चाहिए।’’

बिहार के मंत्री एवं जद (यू) नेता संजय कुमार झा ने कहा कि यह दुर्घटना रेलवे की ढांचागत कमियों और यात्री सुरक्षा में खामियों को उजागर करती है। उन्होंने कहा कि गैसल ट्रेन हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए नीतीश कुमार ने अगस्त 1999 में रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ओडिशा में हुए इस भीषण रेल हादसे में कई यात्रियों की मौत होने पर दुख जताया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की।

उन्होंने एक बयान में कहा, ‘ओडिशा में भीषण ट्रेन हादसे से बहुत दुखी हूं। सभी पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति और संवेदनाएं व्यक्त करती हूं।’

खरगे और पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने शुक्रवार रात हादसे पर दुख व्यक्त किया था और पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से बचाव और राहत अभियान में जरूरी सभी सहयोग देने का अनुरोध किया था।

इस बीच, कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि पार्टी ने ओडिशा में ट्रेन हादसे के मद्देनजर आज शाम किसी भी टीवी बहस में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है।

भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के नौ साल पूरे होने के अवसर पर शनिवार को निर्धारित कार्यक्रमों को इस भीषण ट्रेन हादसे के मद्देनजर स्थगित कर दिया है।

पार्टी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने इस संबंध में ट्वीट किया और भीषण हादसे को लेकर दुख व्यक्त किया।

नड्डा ने कहा, ‘‘इस भीषण रेल दुर्घटना को देखते हुए भाजपा ने केंद्र सरकार के नौ वर्ष पूरे होने के अवसर पर आज होने वाले कार्यक्रमों के साथ-साथ देश भर में होने वाले अपने सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है।’’

भाषा

देवेंद्र पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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