ओडिसी नर्तक मायाधर राउत का निधन

ओडिसी नर्तक मायाधर राउत का निधन

ओडिसी नर्तक मायाधर राउत का निधन
Modified Date: February 22, 2025 / 03:46 pm IST
Published Date: February 22, 2025 3:46 pm IST

नयी दिल्ली, 22 फरवरी (भाषा) प्रख्यात ओडिसी नर्तक मायाधर राउत का शनिवार को दिल्ली स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। उनके पुत्र मनोज राउत ने यह जानकारी दी।

मनोज ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मेरे पिता ने आज सुबह अपने पोते-पोतियों और परिवार के बाकी सदस्यों के साथ नाश्ता किया। वह बीमार नहीं थे लेकिन काफी बुजुर्ग थे।’’

उनका अंतिम संस्कार शनिवार को लोधी रोड श्मशान घाट पर किया जाएगा।

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छह जुलाई 1933 को ओडिशा में जन्मे पद्मश्री पुरस्कार विजेता राउत को ‘ओडिसी नृत्य का जनक’’ माना जाता है, क्योंकि उन्होंने शास्त्र-आधारित ज्ञान के साथ 1950 के दशक में ओडिसी के पुनरुद्धार में अहम योगदान दिया था।

राउत 1952 में कटक में स्थापित कला विकास केंद्र के संस्थापक सदस्य थे। यह भारत का पहला संस्थान था जहां ओडिसी नृत्य सिखाया जाता था।

राउत 1970 से 1995 तक श्रीराम भारतीय कला केंद्र में ओडिसी विभाग के प्रमुख रहे। 1971 में उनकी ‘गीतगोविंद’ की प्रस्तुति के साथ दिल्ली के प्रसिद्ध कमानी ऑडिटोरियम का उद्घाटन हुआ था।

ओडिसी नृत्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए राउत को उड़ीसा संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (1977), साहित्य कला परिषद पुरस्कार (1984), संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (1985), राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार (2003) और टैगोर अकादमी रत्न (2011) से सम्मानित किया गया।

उनके परिवार में उनकी बेटी और ओडिसी नृत्यांगना मधुमिता राउत तथा बेटे मनोज और मन्मथ राउत हैं।

भाषा शफीक रंजन

रंजन


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