केंद्र सरकार के 2026 के कैलेंडर में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और श्रम सुधार का जिक्र
केंद्र सरकार के 2026 के कैलेंडर में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और श्रम सुधार का जिक्र
नयी दिल्ली, 31 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन ने बुधवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता से लेकर कृषि और सेवा क्षेत्र में की गई पहल तक, सरकार का 2026 का कैलेंडर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत के परिवर्तन को रेखांकित करने का प्रयास करता है।
सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री मुरुगन ने ‘‘भारत 2026: सेवा, सुशासन और समृद्धि’’ विषय पर भारत सरकार का कैलेंडर जारी किया।
मुरुगन ने कहा कि यह कैलेंडर जन-केंद्रित शासन, सेवा मुहैया कराने वाली मजबूत व्यवस्था और प्रक्रियाओं को सरल बनाने तथा नागरिकों और राज्य के बीच विश्वास बढ़ाने के लिए शुरू किए गए सुधारों में निहित राष्ट्रीय आत्मविश्वास की भावना को दर्शाता है।
मुरुगन ने कहा, ‘‘यह कैलेंडर केवल तिथियों और महीनों का वार्षिक प्रकाशन नहीं है, बल्कि एक ऐसा माध्यम है जो भारत की परिवर्तन यात्रा को दर्शाता है, शासन की प्राथमिकताओं को उजागर करता है और 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की ओर सामूहिक संकल्प को नवीनीकृत करता है।’’
इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण सचिव संजय जाजू ने कहा कि कैलेंडर का डिजाइन बहुत सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है, और यह वास्तव में सरकार की प्राथमिकताओं को दर्शाता है तथा इसके संचार साधन के रूप में विकसित हुआ है।
वर्ष 2026 के कैलेंडर में 12 विषयगत मासिक पृष्ठ शामिल हैं जो राष्ट्रीय प्रगति के प्रमुख स्तंभों को दर्शाते हैं और बदलते भारत की भावना को प्रतिबिंबित करते हैं।
इनमें ‘आत्मनिर्भरता से आत्मविश्वास’ (जनवरी) शामिल है, जो सभी क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता पर प्रकाश डालता है; ‘समृद्ध किसान, समृद्ध भारत’ (फरवरी), जो किसानों की केंद्रीय भूमिका को रेखांकित करता है; ‘नए भारत के लिए नारी शक्ति’ (मार्च), जो आधुनिक भारत की निर्माता के रूप में महिलाओं का सम्मान करता है; और ‘सरलीकरण से सशक्तिकरण’ (अप्रैल), जो सरलीकरण और शासन सुधारों पर केंद्रित है।
इन विषयों में ‘वीरता से विजय तक: ऑपरेशन सिंदूर’ (मई) भी शामिल है, जो सशस्त्र बलों के साहस और बलिदान को रेखांकित करता है। ‘स्वस्थ भारत, समृद्ध भारत’ (जून) और ‘वंचितों का सम्मान’ (जुलाई) विषय में इनमें शामिल हैं।
‘युवा शक्ति, राष्ट्र शक्ति’ (अगस्त) और ‘गति, शक्ति, प्रगति’ (सितंबर) की थीम युवाओं की ऊर्जा और भौतिक एवं डिजिटल अवसंरचना के विस्तार को दर्शाती हैं; वहीं ‘परंपरा से प्रगति तक’ (अक्टूबर) और ‘सबका साथ, सबका सम्मान’ (नवंबर) भारत के सभ्यतागत मूल्यों और समावेशी प्रगति की पुष्टि करते हैं।
दिसंबर के लिए ‘विश्व बंधु भारत’ थीम एक जिम्मेदार और भरोसेमंद वैश्विक साझेदार के रूप में भारत की भूमिका को उजागर करती है।
भाषा आशीष पवनेश
पवनेश

Facebook



