Opposition to AAP in I.N.D.I.A alliance : नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सभी दल एकदम सक्रिय हो गए है। तो वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी बीजेपी को हराने के लिए पूरा जोर लगा रही है। मध्यप्रदेश, छग एवं राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों में भी आम आदमी पार्टी की एंट्री हो चुकी हैं। सोमवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने प्रदेश रीवा में जनता को संबोधित किया और अपनी गारंटी रखी। तो वहीं हैदराबाद में हुई सीडब्लूसी की बैठक से एक बड़ा अपडेट भी सामने आया जो दोनों ही पार्टियों के लिए सही नहीं है।
Opposition to AAP in I.N.D.I.A alliance : जानकारी के मुताबिक सीडब्लूसी बैठक के दौरान पार्टी नेताओं ने कहा है कि अगर करना संभव नहीं है तो कम से कम नवंबर तक सीट बंटवारे पर चर्चा को टाल दिया जाए। दरअसल, कांग्रेस के कुछ नेताओं ने पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन करने का विश्वास जताते हुए ‘इंडिया’ (I.N.D.I.A.) गठबंधन के सहयोगियों के साथ 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर बातचीत नवंबर तक टालने का आग्रह किया है। ताकि तब तक पार्टी की स्थिति और मजबूत हो जाए।
आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल के चुनावी कैंपेन को लेकर दिल्ली और पंजाब के कांग्रेस नेताओं के कई सवाल हैं – और ऐसे सवाल हैं जिसे नजरअंदाज करने का हिम्मत न तो मल्लिकार्जुन खड़गे में दिखायी पड़ रही है, न 2019 में राहुल गांधी ही दिखा पाये थे। CWC से सूत्रों के हवाले खबर आयी है कि पंजाब और दिल्ली के कुछ नेताओं का कहना था कि आम आदमी पार्टी पर भरोसा नहीं किया जा सकता। दिल्ली कांग्रेस के नेता अजय माकन और पंजाब कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने अपने अपने राज्यों में अरविंद केजरीवाल के साथ चुनावी गठबंधन को लेकर कड़ा ऐतराज जताया है।
हैदराबाद बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन, सीडब्लूसी मेंबर अल्का लांबा और पंजाब कांग्रेस के कद्दावरनेता प्रताप सिंह बाजवा समेत दिल्ली और पंजाब के कुछ नेताओं ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का विरोध किया। सूत्रों ने बताया कि माकन ने नेतृत्व से कहा कि वे ‘इंडिया’ गठबंधन के पक्ष में हैं, लेकिन कांग्रेस को सीट बंटवारे की बातचीत में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए और इन पांच राज्यों के नतीजे आने तक इंतजार करना चाहिए।