नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (भाषा) पाकिस्तान रेंजर्स ने शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन भी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के उस जवान को सौंपने से इनकार कर दिया जो अनजाने में दूसरी तरफ चला गया था। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
पंजाब में फिरोजपुर सीमा पर बीएसएफ की 182वीं बटालियन में तैनात पूर्णम साहू को बुधवार को पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था।
सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बीएसएफ ने अपने जवान की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए रेंजर्स से कई बार संपर्क किया और फ्लैग मीटिंग की मांग की, लेकिन अब तक जवाब ‘सकारात्मक नहीं’ मिला है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच संबंध बेहद खराब हो गए हैं। आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए हैं।
बीएसएफ ने भी अपनी सभी इकाइयों को सतर्क कर दिया है और उन्हें पहलगाम हमले और उससे संबंधित घटनाक्रम के मद्देनजर उत्तर में जम्मू से लेकर पश्चिम में पंजाब, राजस्थान और गुजरात तक फैली 2,289 किलोमीटर लंबी भारत-पाकिस्तान सीमा पर ‘कड़ी सतर्कता’ बरतने को कहा है।
सूत्रों ने बताया कि बीएसएफ जवान की शीघ्र रिहाई के लिए रेंजर्स के साथ फील्ड कमांडर स्तर की बैठक की मांग करता रहेगा।
उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार, किसी सशस्त्र कर्मी के अनजाने में भटक जाने के ऐसे किसी भी मामले को पेशेवर और त्वरित तरीके से निपटाया जाता है।
सूत्रों ने बताया कि उम्मीद है कि बीएसएफ जवान जल्द ही अपने बल के पास होगा। इस बीच पश्चिम बंगाल के हुगली में साहू का परिवार उनकी सुरक्षा और शीघ्र वापसी के लिए प्रार्थना कर रहा है।
जवान के पिता भोलानाथ साहू ने कहा, ‘‘ वह देश की सेवा कर रहा था और अब हमें यह भी नहीं पता कि वह सुरक्षित है या नहीं। हमने सुना है कि वह पाकिस्तान की हिरासत में है।’’
भाषा शोभना प्रशांत
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