पहले रॉन्ग नंबर से कॉल, फिर टॉवेल में आकर अपने कामुक अंगों को दिखाकर जवानों को अपने जाल में फंसाती हैं ये जासूस लड़कियां

Pakistani Girls trap to Indian Aramy men Showing her sensual parts

पहले रॉन्ग नंबर से कॉल, फिर टॉवेल में आकर अपने कामुक अंगों को दिखाकर जवानों को अपने जाल में फंसाती हैं ये जासूस लड़कियां

Pakistani Girls trap to Indian Aramy men

Modified Date: November 29, 2022 / 08:12 pm IST
Published Date: September 6, 2022 10:46 pm IST

नई दिल्लीः Pakistani Girls trap to Indian Aramy men दुनिया का हर देश हर वक्त अपने दुश्मन को मात देने की कोशिशों में लगा रहता है। हर वक्त सीधी जंग नहीं होती और हर बार केवल जंग के मैदान में ही मात नहीं दी जाती। खुफिया तरीकों से भी दुश्मन को मात दी जाती है। इस खुफिया खेल में बहुत बड़ी भमिका निभाता है – हनीट्रैप। जैसा नाम से ही जाहिर है हनी यानि शहद और ट्रैप मतलब जाल। एक ऐसा मीठा जाल जिसमें फंसने वाले को अंदाजा भी नहीं होता कि वो कहां फंस गया है और किसका शिकार बनने वाला है। खूबसूरत महिला एजेंट्स सेना के अधिकारियों को अपने हुस्न के जाल में फंसाती हैं और उनसे महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर लेती हैं। ऐसा ही एक मामला एक बार फिर सामने आया है।                                                    >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP  ग्रुप से जुड़ने के लिए  यहां CLICK करें*<<
Pakistani Girls trap to Indian Aramy men  इंडियन आर्मी के एक जवान से एक गुमनाम लड़की की 15 से 20 मिनट की ये पहली बातचीत आनेवाले चंद महीनों में इंडियन आर्मी को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ खुद उस जवान को भी सलाखों के पीछे पहुंचा देगी, तब फोन पर बातें करनेवाले उस जवान ने दूर-दूर तक ये नहीं सोचा था। लेकिन बातचीत का ये सिलसिला आगे बढ़ा और कुछ इतना बढ़ा कि जाने-अनजाने इंडियन आर्मी से जुड़ा प्रदीप अपनी आर्मी यूनिट से जुड़ी कई ख़ुफिया और संदवेदनशील जानकारियां अपनी इस नई-नवेली और चुलबुली दोस्त से साझा करता चला गया।

खुद को बताया था एएमसी ट्रेनी

असल में इस जवान से फोन पर बात करने वाली लड़की ने उसे जोर का झटका धीरे से देने की जमीन पहले ही तैयार कर ली थी। और इसकी शुरुआत उसने खुद को इंडियन आर्मी की एएमसी यूनिट से जुड़ा बताकर कर थी। उसने जवान प्रदीप से कहा कि वो अभी बेंगलुरू की एयरफोर्स यूनिट में एएमसी लेफ्टीनेंट के तौर पर तैनात है और अपना काम सीख रही है।

पाकिस्तानी सेना की जासूस निकली लड़की

लेकिन ना तो ये लड़की इंडियन आर्मी से जुड़ी थी और ना ही कोई काम सीख रही थी। बल्कि वो पाकिस्तान खुफ़िया एजेंसी और वहां की फौज की ओर से प्लांट की गई, हनीटैप की एक ऐसी शातिर खिलाड़ी थी, जिसका काम ही इंडियन आर्मी के जवानों को फांस कर उनसे खुफ़िया और संवेदनशील जानकारियां इकट्ठा करना था और अपने इस काम के पहले चरण में वो काफी हद तक कामयाब हो चुकी थी, क्योंकि वो आर्मी में गनर प्रदीप को अपनी झूठी बातों पर यकीन दिलाने के लिए काफी हद तक कामयाब हो चुकी थी।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।