Child sexual abuse : नई दिल्ली। लाख कोशिशों के बावजूद बाल यौन शोषण का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है। बाल यौन शोषण एक ऐसा मुद्दा है जिसने बहुत सारे बच्चों को जिंदगी बर्बाद कर दी है। कई बच्चे अपने माता-पिता से ये बातें कह देते हैं लेकिन कई बार कुछ बच्चें डर के मारे इस बात को किसी को बताने से डरते हैं। ऐसा ही एक मामला एक मीडिया रिपोर्ट से सामने आया है। इसके अनुसार एक लड़की के पिता का पक्का दोस्त ही उसकी बेटी पर गंदी नजर रखता था। अपनी आपबीती बताते हुए लड़की ने बताया कि उसके पापा के दोस्त बेटा-बेटा बोलकर उसके साथ न जाने क्या-क्या किया करते थे।
एक मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में लड़की ने बताया कि ‘मेरा नाम सुनीता (परिवर्तित नाम) है। मैं आठवीं क्लास की स्टूडेंट हूं। यह सब तब शुरू हुआ जब मेरी उम्र 12-13 साल थी। घर पर हमेश पापा के दोस्त आया करते थे। जिन्हे मैं चॉकलेट वाले अंकल कहती थी, क्योंकि हमेशा वह मेरे लिए ढेर सारी चॉकलेट लाया करते थे। लेकिन मुझे क्या पता था कि चॉकलेट देने के बहाने जो मुझे अपनी गोद में बैठा लेते थे। वह मेरे साथ इतनी गंदी हरकत करेंगे।’
इसके आगे पीड़िता ने कहा कि ‘जब पापा मम्मी किसी काम से अंदर जाते तो वह मुझे अपने पास बुलाते और मुझे अपनी गोद में बैठा लेते, यहां वहां देखते फिर मेरी स्कर्ट के अंदर या मेरे टॉप के अंदर अपना हाथ डाल देते। मैंने उन्हें हटाने की बहुत कोशिश की, चिल्लाने की भी कोशिश की लेकिन वह यह कह कर मुझे डरा देते कि इसका अंजाम बुरा होगा। मैं डर के मारे सहम जाती और मम्मी पापा को कुछ नहीं बताती।’
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इतना ही नहीं उस व्यक्ति की बच्ची पर बहुत गंदी नजर थी। इसके आगे बच्ची बताती है कि ‘एक बार जब पापा मम्मी किसी काम से घर से बाहर गए थे, तो अंकल अचानक घर पर आ गए और कहने लगे कि मैं तुम्हारे लिए ढेर सारी चॉकलेट ले कर आया हूं दरवाजा खोलो। मैंने दरवाजा खोला तो अंकल मेरे साथ जबरदस्ती करने लगे वह मुझे यहां वहां छूने लगे। मैं जोर से चिल्लाई और कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर लिया। वह अंदर आने की कोशिश करते रहे, लेकिन मैंने दरवाजा नहीं खोला, तो वह थक हार कर वापस लौट गए।’
पापा के दोस्त की इस हरकत के बाद बच्ची बहुत सहम गई। इसके बाद उसने उस अंकल की शिकायत अपने परिजनों से की। पीड़िता ने आगे बताया कि ‘जब मम्मी पापा आए तो मैंने रोते हुए उन्हें सब कुछ बताया। इसके बाद अंकल का घर आना तो बंद हो गया लेकिन आज भी मुझे वह दिन अच्छी तरह से याद है और उसे सोच कर मुझे आज भी डर लगता है।’