Swamitva Yojana Program: स्वामित्व योजना कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होंगे पीएम मोदी, 65 लाख संपत्ति कार्ड का करेंगे वितरण

Swamitva Yojana Program: स्वामित्व योजना के जरिए 65 लाख से ज्यादा संपत्ति कार्ड बांटने का कार्यक्रम है जिसमें पीएम वर्चुअली शामिल होंगे।

Swamitva Yojana Program: स्वामित्व योजना कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होंगे पीएम मोदी, 65 लाख संपत्ति कार्ड का करेंगे वितरण

Basant Panchami 2025 | Image Credit: ANI

Modified Date: January 18, 2025 / 06:36 am IST
Published Date: January 18, 2025 6:28 am IST

नई दिल्ली: Swamitva Yojana Program: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लाखों लोगों को तोहफा देने जा रहे हैं। स्वामित्व योजना के जरिए 65 लाख से ज्यादा संपत्ति कार्ड बांटने का कार्यक्रम है जिसमें पीएम वर्चुअली शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में 10 राज्यों में संपत्ति कार्ड बांटे जाएंगे जिनमें छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मिजोरम, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। इसके अलावा जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के भी 65 लाख स्वामित्व संपत्ति कार्ड बांटे जाएंगे। यह एक बड़ा कदम है जो लोगों को उनकी संपत्ति के मालिकाना हक दिलाने में मदद करेगा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्वामित्व संपत्ति कार्डों के ई-वितरण की अध्यक्षता करेंगे, जो भारत के ग्रामीण सशक्तिकरण और शासन यात्रा में एक मील का पत्थर होगा। इस कार्यक्रम में 10 राज्यों – छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मिजोरम, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और 2 केंद्र शासित प्रदेशों – जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के 50,000 से अधिक गांवों में लगभग 65 लाख स्वामित्व संपत्ति कार्ड वितरित किए जाएंगे। यह अवसर स्वामित्व योजना के तहत लगभग 2.25 करोड़ संपत्ति कार्ड तैयार करने और वितरित करने और एक ही दिन में लगभग 65 लाख संपत्ति कार्ड वितरित करने की एक बड़ी उपलब्धि का भी प्रतीक है।

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लाभार्थियों से चर्चा करेंगे पीएम मोदी

Swamitva Yojana Program:  आयोजन के दौरान, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनिंदा लाभार्थियों के साथ बातचीत करेंगे और पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​ललन सिंह, राज्य मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल और पंचायती राज मंत्रालय सचिव विवेक भारद्वाज की गरिमामयी उपस्थिति में राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस समारोह में कई केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, संबंधित राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि और देशभर के प्रमुख हितधारक भी वर्चुअली शामिल होंगे। इस अवसर पर 230 से अधिक जिलों में आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में नागरिक संपत्ति कार्ड के वितरण में भाग लेंगे। उम्मीद है कि संपत्ति कार्ड के क्षेत्रीय वितरण समारोह की देखरेख के लिए देशभर से लगभग 13 केंद्रीय मंत्री निर्दिष्ट स्थानों पर शामिल होंगे।

स्वामित्व योजना की प्रमुख उपलब्धियां

Swamitva Yojana Program:  स्वामित्व योजना ने उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। देशभर के 3.17 लाख गांवों में ड्रोन सर्वेक्षण पूरा हो चुका है। इसमें केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप, लद्दाख, दिल्ली, दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव के साथ-साथ मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य शामिल हैं। इन राज्यों के अलावा, हरियाणा, उत्तराखंड, पुडुचेरी, त्रिपुरा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और गोवा के सभी बसे हुए गांवों के लिए संपत्ति कार्ड बनाए गए हैं, जो कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है।

राष्ट्रीय स्तर पर, इस योजना के तहत कुल 3,46,187 गांवों को अधिसूचित किया गया है, जिसमें से 3,17,715 गांवों में ड्रोन उड़ाने का काम पूरा हो गया है, जो 92 प्रतिशत उपलब्धि को दर्शाता है। राज्य की जांच के लिए नक्शे सौंप दिए गए हैं और 1,53,726 गांवों के लिए संपत्ति कार्ड तैयार किए गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 2.25 करोड़ संपत्ति कार्ड जारी किए गए हैं । उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों ने क्रमशः 73.57 प्रतिशत और 68.93 प्रतिशत संपत्ति कार्ड तैयार करने में पर्याप्त प्रगति के साथ शत-प्रतिशत ड्रोन सर्वेक्षण हासिल किया है। हरियाणा और उत्तराखंड ड्रोन सर्वेक्षण और संपत्ति कार्ड तैयारी दोनों में 100 प्रतिशत लक्ष्य के साथ आगे हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और राजस्थान ने ड्रोन सर्वेक्षण में सराहनीय प्रगति की है। महाराष्ट्र और गुजरात ने 98 प्रतिशत से अधिक की उपलब्धि हासिल की है। कुल 67,000 वर्ग किलोमीटर ग्रामीण आबादी भूमि का सर्वेक्षण किया गया है, जिसका मूल्य 132 लाख करोड़ रुपये आंका गया है, जो इस पहल के आर्थिक महत्व पर बल देता है।

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भारत के भूमि प्रशासन मॉडल को प्रदर्शित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय आउटरीच

Swamitva Yojana Program:  भविष्य को देखते हुए मंत्रालय वैश्विक मंचों पर स्वामित्व योजना की सफलता को प्रदर्शित करने की योजना बना रहा है। मार्च 2025 में विदेश मंत्रालय के सहयोग से भारत में भूमि प्रशासन पर एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित करने की योजना बनाई गई है, जिसमें अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और दक्षिण पूर्व एशिया के लगभग 40 प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस कार्यशाला का उद्देश्य सर्वोत्तम कार्यप्रणाली और उन्नत ड्रोन एवं जीआईएस प्रौद्योगिकियों को साझा करना है, जिससे दुनिया भर में इसी तरह की पहल के लिए सहयोग को बढ़ावा मिले। मई 2025 में मंत्रालय भारत की उपलब्धियों को उजागर करने और मॉडल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनाने को प्रोत्साहित करने के लिए वाशिंगटन में विश्व बैंक भूमि प्रशासन सम्मेलन में भाग लेने की भी योजना बना रहा है।

स्वामित्व: ग्रामीण भारत के लिए एक परिवर्तनकारी पहल

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 24 अप्रैल 2020 (राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस) को प्रारंभ की गई स्वामित्व योजना का उद्देश्य ड्रोन और जीआईएस तकनीक का उपयोग करके ग्रामीण आबादी क्षेत्रों में संपत्ति मालिकों को “अधिकारों का रिकॉर्ड” प्रदान करना है। कोविड-19 महामारी से उत्पन्न अभूतपूर्व चुनौतियों के बावजूद प्रधानमंत्री ने 11 अक्टूबर 2020 को संपत्ति कार्डों का पहला सेट वर्चुअली वितरित किया, जो इस परिवर्तनकारी पहल के लिए सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। स्वामित्व योजना का ग्रामीण भारत पर भूमि प्रशासन को मजबूत करने, वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और ग्रामीण सामुदायिक विकास को गति देने के माध्यम से परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ा है। इसने बैंक ऋण तक आसान पहुंच की सुविधा प्रदान की है, लंबे समय से चले आ रहे भूमि विवादों को सुलझाया है और महिलाओं को उनके संपत्ति अधिकारों को सुरक्षित करके सशक्त बनाया है, जो सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण में एक मील का पत्थर है। स्वामित्व योजना समग्र सरकार के दृष्टिकोण का उदाहरण है। इसने न केवल संपत्ति मालिकों को सशक्त बनाया है, बल्कि ग्रामीण भारत में बेहतर बुनियादी ढांचा नियोजन, वित्तीय स्थिरता और सतत विकास को भी सक्षम बनाया है।


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