जयपुर, एक सितंबर (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि उनके लिए पद कोई बड़ी बात नहीं है बल्कि लोगों का कल्याण मायने रखता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मेरे लिए पद कोई बड़ी बात नहीं है.. मेरे लिये सेवा बड़ी बात है जो अंतिम सांस तक चलती रहेगी।’’
गहलोत नवगठित ब्यावर जिले में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। गहलोत का यह बयान उनके और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच राज्य में नेतृत्व के मुद्दे पर काफी समय तक चले राजनीतिक घमासान के संदर्भ में आया।
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद दोनों नेता इस पद की दौड़ में थे और पार्टी आलाकमान ने गहलोत को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाया, जबकि पायलट को उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया था। पिछले महीने, गहलोत ने कहा था कि वह कभी-कभी मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बारे में सोचते हैं लेकिन पद उन्हें नहीं छोड़ रहा है।
ब्यावर के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य में 17 नए जिलों के गठन का जिक्र करते हुए कहा कि छोटे जिले बनाने का प्रयोग सफल रहा है और अगर कांग्रेस सरकार वापस सत्ता में आती है तो ऐसे और भी छोटे जिले बनाए जा सकते हैं।
इससे पहले, उन्होंने दूदू जिले में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित किया। नवनिर्मित जिलों में दूदू भी शामिल है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा लिए गए फैसलों की पूरे देश में चर्चा हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ”ये फैसले देश के अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बन रहे हैं और देश के कई राज्य हमारी योजनाओं का अनुसरण कर रहे हैं।”
गहलोत ने कहा कि राजस्थान नए नवाचारों के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी सहित सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार अब मिशन-2030 को साकार करने के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार करवा रही है, जिसमें उन्नत और समृद्ध राजस्थान के लिए हर कोई अपने सुझाव दे सकता है।’’
दौरे के दौरान, गहलोत ने राजीव गांधी ग्रामीण और शहरी ओलंपिक खेलों के तहत जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का उद्घाटन किया।
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