राष्ट्रपति मुर्मू ने साबरमती आश्रम में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की

राष्ट्रपति मुर्मू ने साबरमती आश्रम में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की

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  • Publish Date - October 3, 2022 / 03:01 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:42 PM IST

(तस्वीरों सहित)

अहमदाबाद, तीन अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुजरात की अपनी पहली यात्रा के दौरान साबरमती में महात्मा गांधी के आश्रम का दौरा किया और कहा कि यहां आकर उन्हें अवर्णनीय श्रद्धा, शांति और प्रेरणा के संचार की अनुभूति हुई है।

आश्रम में अतिथि पुस्तिका में राष्ट्रपति मुर्मू ने हिन्दी में लिखा कि उन्हें यहां आकर अवर्णनीय श्रद्धा, गहन शांति और प्रेरणा के संचार का अनुभव हुआ।

इस वर्ष जुलाई में राष्ट्रपति बनने के बाद मुर्मू की यह गुजरात की पहली यात्रा है । राष्ट्रपति ने अपनी यात्रा के दौरान आश्रम परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की । इस दौरान गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल मौजूद थे ।

राष्ट्रपति ने यहां अतिथि पुस्तिका में लिखा ‘‘राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पवित्र तपस्थली साबरमती आश्रम आकर मुझमें अवर्णनीय श्रद्धा और प्रेरणा का संचार हुआ है।’’

उन्होंने कहा कि इस परिसर में बापू के जीवनकाल से जुड़े अभूतपूर्व इतिहास एवं धरोहरों को सराहनीय ढंग से संरक्षित करके रखा गया है और वह साबरमती आश्रम का रखरखाव करने वाले लोगों की प्रशंसा करती हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ लंबे समय तक, स्वाधीनता संग्राम के केन्द्र रहे, इस परिसर में, मुझे गहन शांति का अनुभव होता है। मैंने आज आश्रम में पूज्य बापू को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।’’

राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन एवं स्वतंत्रता संघर्ष को दर्शाने वाली प्रदर्शनी भी देखी। उन्होंने साबरमती पुनर्विकास परियोजना के मॉडल का अवलोकन किया तथा आश्रम में चरखा भी चलाया ।

आश्रम परिसर में बापू के आवास ‘‘हृदयकुंज’’ जा कर मुर्मू ने राष्ट्रपिता की तस्वीर पर सूत की बनी माला चढ़ाई।

राष्ट्रपति ने ट्वीट में कहा, ‘‘ मैंने पहले भी चरखा चलाया है, लेकिन साबरमती में बापू के आश्रम में ऐसा करना बेहद हृदयस्पर्शी अनुभव है। यह मुझे आत्मर्निर्भरता के दर्शन के गहरे महत्व को स्पष्ट करता है। आश्रम का निर्मल माहौल आज भी उनकी (महात्मा गांधी की) अनुभूति का अहसास कराता है।’’

भाषा दीपक

दीपक मनीषा

मनीषा