Shameful act of professor: दरभंगा। बिहार के दरभंगा के ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय की छात्राओं ने कॉलेक के ही प्रोफेसर पर कई गंभीर आरोप लगाए है। साथ ही उन्हें बर्खास्त की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन भी किया। हालांकि छात्रों की सुनवाई करते हुए कॉलेज प्रबंधन ने एक्शन भी लिया गया। बकायदा कॉलेज ने एक जांच कमेटी भी बनाई और जांच करने के आदेश दिए।जिसके बाद कमेटी ने प्रोफेसर का ट्रांसफर समस्तीर के कॉलेज में कर दिया। लेकिन इस दौरान कमेटी ने अपना जांच जारी रखी।
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Shameful act of professor: दरअसल, ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अखिलेश कुमार पर यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाए थे। छात्राओं का आरोप था कि प्रोफेसर देर रात उनसे अश्लील बातें करते थे और उन्हें अपनी बिना कपड़ों की न्यूड तस्वीर भेजते थे। जांच पूरी होने के बाद अब प्रोफेसर इस मामले में दोषी पाए गए हैं। जिसके बाद यूनिवर्सिटी के छात्र उन्हें बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।
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Shameful act of professor: अखिलेश कुमार, ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग में प्रोफेसर हैं। इस विभाग की छात्राओं ने ही प्रोफेसर पर न्यूड फोटो भेजने और नोट्स के बहाने अकेले घर भी बुलाने का आरोप लगाया था। छात्राओं का ये भी कहना था कि प्रोफेसर उन्हें अर्धनग्न हालात में वीडियो कॉल भी करते थे। इतना ही नहीं बार-बार धमकी भी देते थे कि अगर मेरी बात नहीं मानी तो तुम्हारा करियर बर्बाद कर दूंगा।
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Shameful act of professor: जुलाई में जब हद हो गई तो छात्राओं ने प्रोफेसर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। लड़कियों ने 29 जुलाई से लेकर 5 अगस्त तक यूनिवर्सिटी में जोरदार प्रदर्शन किया। छात्र-छात्राओं ने प्रोफेसर की क्लास का बहिष्कार किया और आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन को लिखित में शिकायत दी। साथ ही छात्रों ने कई तरह के प्रफेसर द्वारा भेजे गए आडियो और व्हाट्सएप चैट के सबूत भी दिए। हालांकि प्रोफेसर ने इसे अपने खिलाफ साजिश बताया था। साथ ही तस्वीरों को एडिटेड बताई थी। प्रोफेसर का कहना था कि उनकी छात्राओं के साथ गाली-गलौच जरूर हुई है लेकिन इसके अलावा सारी बाते झूठी है।
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Shameful act of professor: यूनिवर्सिटी द्वारा बनाई इस कमेटी ने करीब 45 दिनों में ही अपनी रिपोर्ट पेश कर दी। इस रिपोर्ट में प्रोफेसर अखिलेश कुमार को दोषी ठहराया गया है। ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉक्टर मुश्ताक अहमद ने पुष्टि करते हुए कहा कि प्रोफेसर अखिलेश कुमार दोषी पाए गए हैं। यूनिवर्सिटी ने अखिलेश कुमार को विभाग से हमेशा के लिए बाहर कर दिया है। हालांकि छात्राओं की मांग है कि अखिलेश कुमार को यूनिवर्सिटी से बर्खास्त किया जाए।
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13 mins ago