दिल्ली में निर्माण भवन के बाहर वैकल्पिक ओपीडी सेवाएं प्रदान करेंगे प्रदर्शनकारी चिकित्सक

दिल्ली में निर्माण भवन के बाहर वैकल्पिक ओपीडी सेवाएं प्रदान करेंगे प्रदर्शनकारी चिकित्सक

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  • Publish Date - August 19, 2024 / 10:26 AM IST,
    Updated On - August 19, 2024 / 10:26 AM IST

नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) कोलकाता में एक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक से कथित बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में आठ दिन से हड़ताल कर रहे चिकित्सकों ने सोमवार को निर्माण भवन के बाहर वैकल्पिक बाह्य रोगी सेवाएं (ओपीडी) प्रदान करने का फैसला किया है।

एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के एक बयान के मुताबिक, रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार को निर्माण भवन के बाहर मरीजों को मेडिसिन, सर्जरी, प्रसूति एवं स्त्री रोग, बाल रोग, नेत्र रोग और हड्डी रोग समेत लगभग 36 ओपीडी सेवाएं प्रदान करने के लिए उपलब्ध रहेंगे।

हालांकि, अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं पहले की तरह जारी रहेंगी।

प्रदर्शनकारी रेजिडेंट डॉक्टर ने रविवार देर रात घोषणा की कि उनकी हड़ताल जारी रहेगी। आरडीए के बयान के अनुसार, चिकित्सक सुबह 11 बजे निर्माण भवन के लिए रवाना होंगे।

सफदरजंग अस्पताल के एक रेजिडेंट डॉक्टर ने कहा कि चिकित्सकों के लिए केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लाने के बारे में सरकार की ओर से ठोस प्रतिक्रिया आने पर कुछ राहत मिल सकती थी।

चिकित्सक ने कहा, “हालांकि, सात दिन बीत जाने के बाद भी हम इंतजार कर रहे हैं। जैसा कि पहले कहा गया है, जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हड़ताल अनिश्चित काल तक जारी रहेगी।”

यहां 12 अगस्त की शाम को विरोध-प्रदर्शन शुरू हुआ था। शुरुआत में मेडिकल कॉलेज परिसरों तक सीमित रहने वाले चिकित्सकों ने शुक्रवार से सड़कों पर उतरना शुरू कर दिया था।

केंद्रीय कानून के लिए 15 अगस्त को गठित कार्रवाई समिति में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के सदस्य शामिल हैं।

भाषा जोहेब पारुल

पारुल