होशियारपुर (पंजाब), पांच सितंबर (भाषा) पंजाब के होशियारपुर में मौजूदा बाढ़ के कारण लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की 101 किलोमीटर से अधिक की संपर्क सड़कें, पीडब्ल्यूडी के 54 किमी योजना मार्ग और 117 किलोमीटर मंडी बोर्ड सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
कम से कम 141 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को नुकसान पहुंचा हैं, जहां छत, फर्श, प्लास्टर, चारदीवारी और शौचालय क्षतिग्रस्त हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि 23 गांवों में घरेलू सामान को नुकसान पहुंचने की खबर है, जिनमें से अधिकांस क्षति गढ़शंकर उपमंडल में हुई है।
उपायुक्त आशिका जैन ने शुक्रवार को बताया कि इस बीच, होशियारपुर जिला प्रशासन ने श्री हरगोबिंदपुर (रारा) पुल के पास कटाव को रोकने के लिए व्यास नदी से ‘वैज्ञानिक’ तरीके से गाद निकालने और लगभग 13 किलोमीटर लंबे तटबंधों के निर्माण की मंजूरी मांगी है।
उन्होंने बताया कि भारी मात्रा में गाद जमा होने के कारण नदी का प्राकृतिक प्रवाह बदल गया है तथा तेज धाराएं सीधे तटबंधों से टकरा रही हैं, जो गंभीर क्षति पहुंचा रही हैं।
जैन ने कहा, ‘‘इससे पुल को, आसपास के गांवों और कृषि भूमि को गंभीर खतरा पैदा हो गया है।’’
उन्होंने बताया कि इस संबंध में एक प्रस्ताव जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव को प्रस्तुत किया गया है, जिसमें वन एवं वन्यजीव विभाग की देखरेख में गाद निकालने और तटबंध बनाने का कार्य किया जाएगा।
भारी बारिश के कारण जिले भर में बाढ़ से संबंधित बुनियादी अवसंरचना का नुकसान बढ़ गया है।
टांडा और मुकेरियां उपमंडल के कई निचले गांवों में खेत काफी दिनों से जलमग्न हैं।
जिला प्रशासन के अनुसार, गढ़शंकर में 55, मुकेरियां में 33, टांडा में 26 तथा दसूया और होशियारपुर उपमंडलों में 27-27 समेत कुल 168 गांवों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया है।
लगभग 8,322 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है। फंसे हुए 2,465 लोगों में से 1,615 को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
जिले भर में पांच राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें 941 लोग शरण लिए हुए हैं। बाढ़ से यहां 41 घर और चार गोशालाएं क्षतिग्रस्त हो गईं।
भाषा यासिर पवनेश
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