Vande Bharat: ‘राहुल तोड़ते हैं प्रोटोकॉल’..CRPF की चिट्ठी पर बवाल! कांग्रेस सांसद की सुरक्षा पर उठे सवाल, CRPF ने जताई नाराज़गी, देखें वीडियो

Vande Bharat: 'राहुल तोड़ते हैं प्रोटोकॉल'..CRPF की चिट्ठी पर बवाल! कांग्रेस सांसद की सुरक्षा पर उठे सवाल, CRPF ने जताई नाराज़गी, देखें वीडियो

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  • Publish Date - September 12, 2025 / 12:20 AM IST,
    Updated On - September 12, 2025 / 12:20 AM IST

Rahul Security Protoco | Photo Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • CRPF ने राहुल गांधी की सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ने पर कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखा
  • राहुल ने पिछले 6 महीनों में 9 विदेश यात्राओं की जानकारी CRPF को नहीं दी
  • बीजेपी ने राहुल के विदेश दौरों और सुरक्षा लापरवाही को बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाया

नई दिल्ली: Rahul Security Protoco इन दिनों राहुल गांधी देश भर में वोट चोरी की शिकायत लेकर मंच पर सवाल उठा रहे हैं, तो कोई ऐसा भी है जिसने राहुल गांधी की फिक्र करते हुए उन्हीं की शिकायत की है। दरअसल, राहुल की सिक्योरिटी संभालने वाली ऐजेंसी CRPF को राहुल के बार-बार प्रोटोकॉल तोड़ने से तकलीफ है। जिसकी लिखित शिकायत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से की गई है, तो आखिर समस्या क्या है?

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Rahul Security Protoco एक तरफ राहुल गांधी वोट चोरी पर एटम बम फोड़ने के बाद हाईड्रोजन बम फोड़ने का दावे पर अड़े हुए हैं, तो दूसरी तरफ उनकी सुरक्षा को लेकर CRPF की चिट्ठी ने नया मोर्चा खोल दिया है। CRPF के VVIP सिक्योरिटी हेड सुनील जून ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे पत्र में राहुल गांधी पर अपनी सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लेने की शिकायत की है।

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CRPF ने राहुल गांधी को भी अलग से पत्र भेजा है। जिसमें लिखा है कि इस तरह की चूक से उनकी Z+ कैटेगरी सुरक्षा कमजोर पड़ सकती है और उन्हें खतरे का सामना करना पड़ सकता है। राहुल गांधी को एडवांस सिक्योरिटी लाइजन कवर के साथ सबसे उच्च स्तर की Z+ सिक्योरिटी मिली है। इस सुरक्षा श्रेणी वाले लोगों को ‘येलो बुक प्रोटोकॉल’ के तहत अपनी हर गतिविधि और विदेश यात्रा की जानकारी 15 दिन पहले से सुरक्षा एजेंसियों को देनी होती है ताकि उनके लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए जा सके।

लेकिन पिछले 6 महीने में 9 विदेश दौरों पर राहुल गांधी ने अपनी यात्रा की जानकारी CRPF को देने के प्रोटोकॉल की अनदेखी की। जिसके बाद बीजेपी एक बार फिर राहुल के विदेश दौरे को मुद्दा बना रही है।

इससे पहले 6 सितंबर को बीजेपी आईटी सेल के हेड अमिल मालवीय ने राहुल गांधी की एक फोटो X पर पोस्ट करते हुए लिखा। राहुल गांधी एक बार फिर मलेशिया के लंगकावी में एक गुप्त छुट्टी मनाने निकल गए। ऐसा लगता है बिहार की राजनीति की गर्मी और धूल कांग्रेस के युवराज के लिए बहुत ज़्यादा थी, इसलिए उन्हें छुट्टी पर जाना पड़ा। या फिर ये उन सीक्रेट मुलाकातो के लिए है जिनके बारे में कोई नहीं जानता।

हालांकि कांग्रेस बीजेपी के आरोपों को सिरे से खारिज कर रही है। साथ ही बिना बताए राहुल के विदेश दौरों को गलत भी नहीं मानते। वैसे ये पहली बार नहीं है। बीजेपी ने राहुल गांधी पर देश में विदेशी एजेंडा चलाने का आरोप लगाया हो, लेकिन CRPF की सीक्रेट चिट्ठी के बाद बीजेपी के आरोपों को बल मिल रहा है। तब ये राजनीति और दिलचस्प होनी तय है।

राहुल गांधी को किस स्तर की सुरक्षा मिली है?

राहुल गांधी को Z+ कैटेगरी सुरक्षा मिली है, जो देश में सबसे उच्च स्तर की सुरक्षा श्रेणी है।

‘येलो बुक प्रोटोकॉल’ क्या होता है?

यह एक नियम है जिसके तहत Z+ सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति को अपनी सभी गतिविधियों और विदेश यात्राओं की जानकारी 15 दिन पहले सुरक्षा एजेंसियों को देनी होती है।

राहुल गांधी ने प्रोटोकॉल का उल्लंघन कैसे किया?

पिछले 6 महीनों में उन्होंने 9 बार विदेश यात्राएं कीं लेकिन CRPF को पहले से जानकारी नहीं दी।