‘मोंथा’ के भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील होने पर दक्षिणी ओडिशा के आठ जिलों में बारिश
‘मोंथा’ के भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील होने पर दक्षिणी ओडिशा के आठ जिलों में बारिश
(तस्वीरों के साथ)
भुवनेश्वर, 28 अक्टूबर (भाषा) भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवात ‘मोंथा’ के मंगलवार सुबह भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाने से दक्षिणी ओडिशा के आठ जिलों में बारिश हुई।
आसन्न स्थिति को ध्यान में रखते हुए ओडिशा सरकार ने आठ जिलों मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़ा, गजपति, गंजाम, नबरंगपुर, कालाहांडी और कंधमाल में निचले इलाकों से और भूस्खलन की आशंका वाले पहाड़ी इलाकों से लोगों को निकाला है और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), ओडिशा आपदा मोचन बल (ओडीआरएएफ) तथा अग्निशमन सेवा के 140 बचाव दल (5,000 से अधिक कर्मी) तैनात किए हैं।
प्रशासन ने पहले ही नौ जिलों में स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को 30 अक्टूबर तक बंद करने की घोषणा कर दी है, जबकि पूर्वी तटीय रेलवे ने वाल्टेयर क्षेत्र और उससे जुड़े मार्गों पर चलने वाली कुछ ट्रेनों को रद्द करने, उनके मार्ग बदलने तथा कुछ समय के लिए उन्हें बीच में ही रोकने की घोषणा की है। सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां भी 30 अक्टूबर तक रद्द कर दी गई हैं।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) डी. के. सिंह ने बताया कि प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को समुद्र तटों पर जाने से रोकने के लिए सभी समुद्री तटों को सील कर दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि संवेदनशील स्थानों से निकाले गए लोगों को आठ जिलों में खोले गए 1,400 से अधिक चक्रवात आश्रय स्थलों में रखा गया है, जहां भोजन और अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को निकटवर्ती अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है।
राज्य सरकार ने मछुआरों को 29 अक्टूबर तक ओडिशा तट के पास बंगाल की खाड़ी में न जाने की सलाह दी है।
एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी आज स्थिति की समीक्षा कर सकते हैं।
आईएमडी ने अपने नवीनतम बुलेटिन में कहा, ‘‘पश्चिममध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ पिछले छह घंटों के दौरान 15 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा और तीव्र होकर एक भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया। यह सुबह साढ़े पांच बजे मछलीपत्तनम (आंध्र प्रदेश) से लगभग 190 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व, काकीनाडा (आंध्र प्रदेश) से 270 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व, विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से 340 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम, गोपालपुर (ओडिशा) से 550 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में केंद्रित हो गया।’’
थाई भाषा में ‘मोंथा’ का अर्थ सुगंधित फूल या सुंदर फूल होता है।
मंगलवार के लिए आईएमडी ने ‘रेड अलर्ट’ (कार्रवाई करें) जारी किया है क्योंकि इसने मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़ा, गजपति और गंजाम जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा (सात से 20 सेमी) और कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा (20 सेमी से अधिक) होने की संभावना जताई है।
इसी प्रकार नबरंगपुर, कालाहांडी, कंधमाल, नयागढ़, नुआपाड़ा, बोलांगीर, सोनेपुर, बौध, खुर्दा, पुरी और बरगढ़ जिलों के लिए भारी से बहुत भारी वर्षा (7 से 20 सेमी) का ‘ऑरेंज अलर्ट’ (कार्रवाई करने के लिए तैयार रहें) भी जारी किया गया।
अंगुल, ढेंकनाल, कटक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, क्योंझर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, संबलपुर, देवगढ़, झारसुगुड़ा और सुंदरगढ़ जिलों में भारी वर्षा (7 से 11 सेमी) की ‘येलो अलर्ट’ (सावधान रहें) जारी किया गया है।
मौसम विभाग देश में मौसम संबंधी अलर्ट जारी करने के लिए चार रंगों का उपयोग करता है। ये रंग और इनके संदेश…. ग्रीन (किसी कार्रवाई की जरूरत नहीं), येलो (नजर रखें और निगरानी करते रहें), ऑरेंज (तैयार रहें) और रेड (कार्रवाई/सहायता की जरूरत) हैं।
भाषा गोला मनीषा
मनीषा

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