कोलकाता, आठ अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि भाजपा ने राज्य सचिवालय नबान्ना तक बिना अनुमति के मार्च निकाला और महामारी अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन किया।
मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय ने उकसावे के बावजूद पुलिस द्वारा संयम से हालात को संभालने की प्रशंसा की।
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मार्च के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं पर नीले पानी की बौछार करने को लेकर किए गए सवाल पर बंदोपाध्याय ने कहा कि यह वही रंग है जिसका इस्तेमाल होली पर किया जाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह अंतरराष्ट्रीय पारिपाटी है। रंगीन पानी का इस्तेमाल ऐसे प्रदर्शनों के दौरान किया जाता है ताकि भीड़ को तितर-बितर करने के बाद इसमें शामिल लोगों की पहचान की जा सके।’’
मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदर्शन के मामले में कोलकाता में 89 और हावड़ा में 24 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
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उल्लेखनीय है कि बृहस्पतिवार को कोलकाता और उससे सटा हावड़ा उस समय युद्ध का मैदान बन गया जब भाजपा कार्यकर्ता पार्टी के एक नेता की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गई। इस दौरान पत्थरबाजी हुई और टायर जलाकर सड़कों को बंद किया गया।
दंगारोधी साजो-सामान से लैस पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारें कीं। दोनों शहरों में भाजपा का यह प्रदर्शन करीब तीन घंटे तक चला।