ताजमहल के दीदार के लिए आगरा का प्लान बनाने से पहले ये पढ़ लें 

ताजमहल के दीदार के लिए आगरा का प्लान बनाने से पहले ये पढ़ लें 

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  • Publish Date - January 3, 2018 / 06:11 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:51 PM IST

आगरा, उत्तर प्रदेश। दुनिया की सबसे खूबसूरत ऐतिहासिक धरोहरों में से एक ताजमहल का दीदार हर किसी की हसरत होती है। यही कारण है कि हर साल ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों की संख्या औसतन 10 से 15 फीसदी बढ़ती जा रही है। छुट्टियों में तो यहां रोजाना 60 हजार से लेकर 70 हजार तक पर्यटक पहुंचते हैं। पर्यटकों की इतनी बड़ी संख्या को संभाल पाना एक बड़ी चुनौती है। मुश्किल ये है कि जिनके हाथ में टिकट हो, वो इंतजार करने को तैयार नहीं होते और जिनके पास टिकट न हो, वो टिकट काउंटर से हटने को तैयार नहीं होते। नतीजा ये हो रहा है कि टिकट काउंटर से लेकर प्रवेश द्वार तक इतनी बड़ी संख्या में लोग जमा हो जाते हैं कि सभी को धक्का-मुक्की, अव्यवस्था का सामना करना होता है। इसी को देखते हुए ताजमहल के दीदार के लिए कुछ बदलाव हो रहे हैं और इनमें से एक है पर्यटकों की संख्या की ऊपरी सीमा 40 हजार तय किया जाना। 

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इसलिए मोहब्बत की इस अनमोल निशानी को देखने के लिए अगर आप भी आगरा जाने का बना रहे हैं प्लान तो यात्रा शुरू करने से पहले ही अपना टिकट सुनिश्चित कर लें वर्ना हो सकता है कि वहां पहुंचने के बाद निराशा हाथ लगे और अगले दिन का इंतजार करना पड़े। टिकटों की बिक्री ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से होती है, लेकिन अब नई अधिसूचना के बाद ये सामने आ पाएगा कि काउंटर से कितने टिकट मिलेंगे और ऑनलाइन पर कितनी उपलब्धता होगी। अभी तक 15 साल तक के बच्चों को एंट्री टिकट नहीं लेना पड़ता था और प्रवेश निशुल्क रहता था। बच्चों की एंट्री आगे भी फ्री ही रखने का निर्णय लिया गया है, लेकिन उन्हें भी अब एंट्री टिकट लेनी होगी, जो ज़ीरो चार्ज टिकट होगा। ऐसी व्यवस्था इसलिए की जा रही है ताकि कुल पर्यटकों की संख्या 40 हजार रोजाना की रोजाना उच्चतम सीमा से ज्यादा नहीं होने पाए।

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ताजमहल में अक्सर ये देखा जाता है कि जो पर्यटक अंदर जाते हैं, वो इसकी खूबसूरती निहारने में इस कदर खो जाते हैं कि बाहर आना ही नहीं चाहते। अब इस चाहत को कंट्रोल करना होगा क्योंकि हर टिकट पर एंट्री का वक्त डाला जाएगा और अंदर रहने की समय सीमा होगी 3 घंटे। सुबह से लेकर दोपहर 12 बजे तक 20 हजार सैलानियों को अंदर रहने दिया जाएगा, इसके बाद दोपहर से शाम तक बाकी 20 हजार ताज का दीदार कर सकेंगे। वैसे आपको ये भी बताते चलें कि अगर 40 हजार पर्यटकों के बाद आपकी बारी है तो भी आप उसी दिन ताजमहल देख सकते हैं, इसके लिए आपको हो सकता है कि 1000 रुपये का टिकट लेना पड़े क्योंकि नेशनल इनवॉयरमेंट इंजीनियरिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट की सिफारिशों के आधार पर नियमों में बदलाव किए जा रहे हैं और इसकी सिफारिश में ये भी प्रावधान है। हालांकि इसपर अंतिम फैसला अधिसूचना जारी होने के बाद ही हो पाएगा।

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जहां तक टिकट का सवाल है, फिलहाल भारतीय पर्यटकों के लिए 50 रुपये और 100 रुपये का टिकट है। जो पर्यटक गुंबद को करीब से देखना और तहखाना भी जाना चाहते हैं, उन्हें 100 रुपये और बाकी को 50 रुपये का टिकट लेना होगा। विदेशी पर्यटकों के लिए 1000 रुपये का टिकट है। ताजमहल को यूनेस्को ने 1983 में वर्ल्ड हेरीटेज़ साइट्स की लिस्ट में शुमार किया था, इसे मुगल सल्तनत की सबसे खूबसूरत स्थापत्य कला के रूप में देखा जाता है। ताजमहल इतना लोकप्रिय है कि इसी नाम से बॉलीवुड की फिल्म भी बन चुकी है। विदेशी सैलानियों में भी इसका क्रेज बेशुमार है और भारत आने वाले पर्यटक इसे देखने जरूर जाते हैं।

 

वेब डेस्क, IBC24