Vande Bharat: PoK में बगावत.. TTP ने लाई शामत! खुद की लगाई आग में झुलस रहा पाकिस्तान, अफगान बॉर्डर पर 11 सैनिकों की हत्या

Rebellion in PoK... TTP brings doom! Pakistan is burning in its own fire

Vande Bharat: PoK में बगावत.. TTP ने लाई शामत! खुद की लगाई आग में झुलस रहा पाकिस्तान, अफगान बॉर्डर पर 11 सैनिकों की हत्या
Modified Date: October 8, 2025 / 11:55 pm IST
Published Date: October 8, 2025 11:49 pm IST

नई दिल्लीः Vande Bharat: पड़ोसी देश पाकिस्तान अब खुद की लगाई आग में लगातार झुलस रहा हैएक तरफ पाकिस्तान के PM शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख आसिम मुनीर राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अपनी करीबी का ढिंढोर पीटते नहीं थक रहे, लेकिन दूसरी तरफ अपने ही घर में घिरते जा रहे हैदेश में गृहयुद्ध जैसे हालात हैं, PoK में शुरू हुई बगावत अभी पूरी तरह शांत भी नहीं हुई थी कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर TTP ने मुनीर की सेना पर गंभीर चोट कर दी

Vande Bharat: दुनिया को आतंकवाद का एक्सपोर्ट करने वाला पाकिस्तान आज खुद उसी की आग में झुलस रहा हैजनरल आसिम मुनीर की ओर से अफगान बॉर्डर पर तैनात किए गए सैनिकों को मंगलवार रात तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी TTP के हमले ने सभी को मौत की नींद सुला दियापहले एक जोरदार बम धमाका हुआ उसके तुरंत बाद TTP के लड़ाकों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें 2 अधिकारी समेत 9 पाक सैनिक मारे गएरॉयटर्स को भेजे बयान में TTP ने हमले की जिम्मेदारी ली हैTTP का हमला 21 सितंबर को पाकिस्तानी वायुसेना के उस हमले का जवाब माना जा रहा है, जब खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में J-17 विमानों के जरिए 8 लेजर गाइडेड बम गिराए थेTTP को निशाना बनाने के नाम पर किए इस हमले में 30 लोगों की मौत हुई थी

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तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी TTP दरअसल पाकिस्तान की सेना और सरकार के खिलाफ जंग लड़ने वाला संगठन हैइसमें पाकिस्तानी सेना के कई विरोधी गुटों के लोग शामिल हैइस संगठन के कई समर्थक पाक सेना में भी मौजूद है2001 में अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला किया तो कई लड़ाके पाकिस्तान के कबाइली इलाकों में छिप गए थेइन्होंने ही मिलकर 2007 में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी TTP बनाया थापाकिस्तान में होने वाले ज्यादातर बड़े चरमपंथी हमलों में TTP की ही हाथ बताया जाता है यानी पाकिस्तान ने कभी जिस आतंकियों को खाद-पानी डालकर पाला था वो आज उसके लिए ही नासूर बन चुके है

 


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।