Kargil Vijay Diwas 2023: करगिल शहीदों को याद करते हुए उनके परिवारों ने कहा – वह मरे नहीं हैं बल्कि अमर हो गये

Kargil Vijay Diwas 2023 करगिल शहीदों को याद करते हुए उनके परिवारों ने कहा : हमेशा गौरव का भाव

Kargil Vijay Diwas 2023: करगिल शहीदों को याद करते हुए उनके परिवारों ने कहा – वह मरे नहीं हैं बल्कि अमर हो गये

Kargil Vijay Diwas 2023

Modified Date: July 26, 2023 / 12:08 am IST
Published Date: July 25, 2023 6:54 pm IST

Kargil Vijay Diwas 2023: द्रास (लद्दाख), 26 जुलाई ।आंखों में आंसू के साथ गर्व का भाव लिये, करगिल लड़ाई के शहीदों के परिवारों ने मंगलवार को उन वीर जवानों को याद किया जो पाकिस्तानी सैन्यकर्मियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए थे।

शहीद कैप्टन मनोज पांडे के भाई मनमोहन पांडे ने कहा, ‘‘ वह मरे नहीं हैं बल्कि अमर हो गये हैं। जब तिरंगा में लिपटा उनका पार्थिव शरीर लखनऊ में हमारे घर पर लाया गया, उस समय का दृश्य मैं नहीं भूल सकता। कम से कम 15 लाख लोग ताबूत के साथ चल रहे थे और मनोज पांडे अमर रहे के नारे लगा रहे थे।’’

मनमोहन ने कहा, ‘‘… माताएं अपने बच्चों एवं शिशुओं को उनका चरण स्पर्श करवा रही थीं, वह दृश्य मेरे दिल में अमिट हो गया और उस दिन मुझे अहसास हुआ कि कोई अमर कैसे होता है।’’

 ⁠

लेफ्टिनेंट पांडे को बटालिक सेक्टर में उनके अदम्य साहस को लेकर मरणोपरांत कैप्टन के रूप में पदोन्नति दी गयी और देश के सर्वोच्च सैन्य सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।

मनमोहन ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ मैं आज भी जब उनकी डायरी पलटता हूं तो वह महमूद रामपुरी के इस कथन से शुरू होती है- मौत उसी की जिसका जमाना करे अफसोस, वरना मरने के लिए तो सभी आते हैं- आज भी मेरी आंखें डबडबा जाती हैं।’’

उन्होंने कहा कि इस बार उनकी योजना अपने बच्चों को बटालिक ले जाने की है।

मेजर पद्मपानी आचार्य की पत्नी चारूलता ने कहा, ‘‘ मेरे और लड़ाई के नायकों के परिवारों के लिए वीरभूमि पर आना वार्षिक कार्यक्रम है। जो बात सबसे अधिक गर्व करने वाली हो सकती है- पूरा देश हमारे परिवार के सदस्यों को इतने प्यार से याद करता है।’’

चारूलता ने कहा, ‘‘यह बात कि केवल मैं ही उन्हें याद नहीं कर रही हूं, मुझे गर्व से भर देती है।’’

चारूलता के पति जब 1999 में शहीद हुए तब वह गर्भवती थीं। मेजर आचार्य ने तोलोलिंग की प्रसिद्ध लड़ाई में अपनी जान कुर्बान कर दी थी और उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था।

 

read more: आदिवासियों से जुड़ा महत्वपूर्ण बिल राज्यसभा में पारित, केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने कहा छत्तीसगढ़ से चारों कांग्रेस सांसदों ने किया विरोध 

read more: Dhamtari Assembly Election 2023 : धमतरी में कैसी है चुनावी बयार ? एग्रो मॉल की घोषणा अधूरी.. जानिए कितने वादे पूरे, कितने अधूरे ? 

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com