रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने भाजपा से हाथ मिलाने की अटकलों को खारिज किया
रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने भाजपा से हाथ मिलाने की अटकलों को खारिज किया
बागपत (उप्र), तीन जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) प्रमुख जयंत चौधरी ने महाराष्ट्र में हुए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हाथ मिलाने की अटकलों को खारिज करते हुए सोमवार को कहा कि उनका रुख बिल्कुल स्पष्ट है और वह विपक्षी दलों की अगली बैठक में जरूर शामिल होंगे।
चौधरी ने यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में भाजपा से गठजोड़ की संभावना से इनकार किया।
चौधरी से पूछा गया था कि केन्द्रीय मंत्री रामदास आठवले और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर कह रहे हैं कि महाराष्ट्र में हुए सियासी घटनाक्रम के बाद वह (चौधरी) भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा रुख बिल्कुल स्पष्ट है। उनके (अठावले और राजभर) कहने से क्या होता है।’’
रालोद अध्यक्ष ने कहा, ‘‘पटना में 23 जून को (विपक्षी दलों की) बैठक हुई और अगले दौर की जो बातचीत होगी मैं उसमें शामिल होऊंगा।’’
गौरतलब है कि चौधरी 23 जून को पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक में निजी कारणों का हवाला देते हुए शामिल नहीं हुए थे।
आठवले ने एक बयान में कहा है कि महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में ‘‘टूट’’ के बाद वैसे ही हालात बिहार और उत्तर प्रदेश में भी पैदा हो सकते हैं और जयंत चौधरी भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि वह 23 जून को पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं हुए थे।
वहीं, ओमप्रकाश राजभर ने भी दावा किया था कि महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश में भी बड़ा फेरबदल होने वाला है तथा समाजवादी पार्टी और रालोद का गठबंधन टूटने की कगार पर है।
महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम से जुड़े सवाल पर चौधरी ने कहा, ‘‘देखिए, यह कोई नयी बात नहीं है। यह चीजें होती हैं। राजनीति में यह कोई पहली बार तो नहीं हो रहा है। जनता का फैसला अब 2024 में ही होगा। जनता किसी के हाथ की चाबी तो है नहीं। वह जनादेश देगी।’’
गौरतलब है कि राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने एकनाथ शिंदे नीत महाराष्ट्र सरकार में रविवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, वहीं पार्टी के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली थी। इसे राकांपा के संस्थापक शरद पवार के लिए एक बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
भाषा सलीम शफीक
शफीक

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