रायपुरः SarkarOnIBC24: नेशनल हेराल्ड केस और गुरुग्राम लैंड डील ये दो ऐसा मामले है जो कांग्रेस के लिए चिंता का सबब बन गए हैं। एक केस में रॉबर्ट वाड्रा आरोपी हैं तो दूसरे में सोनिया और राहुल गांधी। दोनों मामलों की जांच ED के हाथों में है। राजधानी दिल्ली ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी इस पर सियासत चरम पर है।
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SarkarOnIBC24: गुरुग्राम लैंड स्कैम मामले में रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किले कम होने का नाम नहीं ले रही। गुरुवार को लगातार तीसरे दिन वाड्रा पत्नी प्रियंका गांधी के साथ एक बार फिर ED दफ्तर पहुंचे, जहां उनसे घंटों पूछताछ हुई। जिससे वाड्रा का सब्र जवाब दे गया। वाड्रा ने आरोप लगाया कि बीजेपी अपने सियासी फायदे के लिए सरकारी एजेंसियों को दुरुपयोग कर रही है। वाड्रा ने इस दौरान अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी जाहिर कर दी कि एक दिन वो सक्रिय राजनीति में कदम जरुर रखेंगे।
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वाड्रा के सियासी साजिश के आरोपों पर बीजेपी ने तंज कसा कि ED का गठन कांग्रेस ने ही किया था। रॉबर्ट वाड्रा जहां लैंड स्कैम में ED के रडार पर हैं। तो दूसरी तरफ नेशनल हेरॉल्ड केस में ED के चार्जशीट में सोनिया और राहुल गांधी का नाम आने पर सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है। एक दिन पहले जहां कांग्रेस ने पूरे देश में ED दफ्तरों का घेराव किया। तो अगले ही दिन बीजेपी युवा मोर्चा ने कई शहरों में गुरुवार को पुतला दहन किया और ‘चोर मचाए शोर’ के पोस्टर लगाए.. इसे कांग्रेस के बुधवार को ED कार्यालयों के घेराव का जवाब माना जा रहा है। गांधी परिवार पर ED की कार्रवाई को लेकर छत्तीसगढ़ में भी सियासी पारा हाई है। कांग्रेस इसे धमकी बता रही है तो बीजेपी तंज कसने का मौका नहीं गंवा रही। कुल मिलाकर गुरुग्राम लैंड स्कैम और एसोसिएट जनरल मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व निशाने पर है। कानूनी मोर्चे के साथ-साथ सड़क पर भी सियासी दंगल जारी है।