#SarkarOnIBC24 | Photo Credit: IBC24
नई दिल्ली: #SarkarOnIBC24 बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दल अपने-अपने सियासी दांवपेंच चरम पर है। एक तरफ सीएम फेस और सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन के नेताओं ने पटना में दूसरी बैठक की, तो दूसरी तरफ बिहार में नीतीश को लेकर जेडीयू और कांग्रेस में पोस्टर वार छिड़ गया है।
#SarkarOnIBC24 बिहार विधानसभा चुनाव में NDA और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर है। चुनाव भले 6 से 7 महीने दूर है। लेकिन फिर भी चुनावी बिसात पर शह और मात की रणनीति बनने लगी है। इसी कड़ी में महागठबंधन के नेता चुनाव से पहले अपने मतभेदों को दूर कर लेने की तैयारी में हैं।
लिहाजा पहले दिल्ली में खऱगे, राहुल और तेजस्वी की मुलाकात हुई, तो दो दिन बाद पटना मे कांग्रेस, RJD, CPI और CPIM नेताओं की बैठक हुई। जिसमें सीटों के बंटवारे, सीएम फेस, मेनिफेस्टों समेत कई मुद्दों पर चुनावी रणनीति बनी। 3 घंटे तक चली बैठक के बाद तेजस्वी ने दावा किया कि बिहार में नीतीश कुमार की विदाई तय है और इस बार गरीबों की सरकार बनेगी। हालांकि NDA इस दावे को हवा-हवाई बता रहा।
एक तरफ महागठबंधन के नेता चुनावी रणनीति में जुटे हैं, तो दूसरी तरफ बिहार में JDU और कांग्रेस में पोस्टर वॉर भी छिड़ा है। JDU ऑफिस के बाहर लगाए गए इस पोस्टर के जरिए पार्टी ने इशारा कर दिया कि अगला चुनाव भी नीतीश की अगुवाई में ही लड़ा जाएगा और 2030 तक नीतीश राज कायम रहेगा। JDU के इस पोस्टर के जवाब में कांग्रेस ने ये पोस्टर जारी किया। जिसमें नीतीश कुमार के 20 साल के शासन पर निशाना साधा। ‘देख लिया है साल 20, नहीं चलेंगे चचा नीतीश।
कुल मिलाकर तारीखों का ऐलान भले ना हुआ हो, लेकिन बिहार में चुनावी माहौल बनने लगा है। बैठकों और पोस्टर वॉर से सियासी पारा चरम पर है और आने वाले दिनों में ये और उफान मारेगा। जब 19-20 अप्रैल को बक्सर और पटना में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की चुनावी रैलियां होगी। जिसके बाद 24 अप्रैल को PM मोदी बिहार का चुनावी मूड समझेंगे।