नई दिल्लीः International Women’s Day भारतीय रेलवे ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की महिला कर्मियों को ‘मिर्च स्प्रे’ के रूप में एक और हथियार मुहैया कराने का फैसला किया है। शुक्रवार को एक सरकारी प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई।
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International Women’s Day रेल मंत्रालय के अनुसार, यह गैर-घातक किन्तु प्रभावी उपकरण महिला आरपीएफ कर्मियों को चुनौतीपूर्ण स्थितियों से निपटने में मदद करेगा। विज्ञप्ति में कहा गया कि यह कदम उठाया महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह कदम यह दिखाता है कि भारतीय रेलवे महिला समानता और सुरक्षा के मामलों में गंभीर है और अपनी सेवाओं में महिलाओं को ज्यादा अधिकार और अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है।
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आरपीएफ महानिदेशक का बयान
इस पहल का समर्थन करते हुए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के महानिदेशक मनोज यादव ने कहा “ये कदम प्रधानमंत्री के महिला सशक्तिकरण और सार्वजनिक स्थलों को सुरक्षित बनाने के विजन के अनुरूप है। भारतीय रेलवे लगातार महिला यात्रियों के लिए यात्रा अनुभव को सुरक्षित और बेहतर बनाने के प्रयास कर रहा है। मिर्च स्प्रे महिला आरपीएफ कर्मियों को आत्मनिर्भर बनाएगा और ये स्पष्ट संकेत देगा कि महिलाओं की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
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‘मेरी सहेली’ टीमों की अहम भूमिका
रेलवे में महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए ‘मेरी सहेली’ जैसी योजनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। वर्तमान में आरपीएफ में महिलाओं की संख्या बाकी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) की तुलना में सबसे ज्यादा (9%) है। 250 से ज्यादा ‘मेरी सहेली’ टीमें रोजाना 12,900 से ज्यादा महिला यात्रियों के साथ बातचीत कर उन्हें सुरक्षा और सहायता प्रदान कर रही हैं।
"महिला आरपीएफ कर्मियों को मिर्च स्प्रे" देने का मुख्य उद्देश्य क्या है?
महिला आरपीएफ कर्मियों को मिर्च स्प्रे देने का उद्देश्य उन्हें असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए एक प्रभावी और गैर-घातक हथियार प्रदान करना है, जिससे वे रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।
"रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ)" महिलाओं की सुरक्षा के लिए और कौन-कौन सी पहल कर रहा है?
आरपीएफ 'मेरी सहेली' योजना चला रहा है, जिसमें विशेष महिला टीमें यात्रा के दौरान महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और जागरूकता बढ़ाने का काम करती हैं। इसके अलावा, रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में CCTV कैमरे, महिला हेल्पलाइन नंबर और आपातकालीन बटन जैसी सुविधाएँ भी दी जा रही हैं।
"मेरी सहेली" योजना क्या है और यह कैसे काम करती है?
'मेरी सहेली' योजना के तहत महिला आरपीएफ कर्मियों की विशेष टीमें ट्रेन में सफर कर रही महिला यात्रियों से बातचीत करती हैं, उन्हें सुरक्षा उपायों की जानकारी देती हैं और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्रदान करती हैं।
"भारतीय रेलवे" में महिला कर्मियों की संख्या कितनी है?
वर्तमान में आरपीएफ में महिलाओं की संख्या 9% है, जो कि अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) की तुलना में सबसे अधिक है। रेलवे लगातार महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास कर रहा है।
"महिला सुरक्षा के लिए रेलवे हेल्पलाइन नंबर" क्या हैं?
रेलवे में यात्रा के दौरान महिलाओं की सुरक्षा के लिए 139 रेलवे हेल्पलाइन और 182 आरपीएफ हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध हैं, जिन पर तुरंत सहायता के लिए संपर्क किया जा सकता है।