वार्षिक ‘मकरविलक्कू’ महोत्सव के लिए 30 दिसंबर को खुलेगा शबरिमला मंदिर
वार्षिक ‘मकरविलक्कू’ महोत्सव के लिए 30 दिसंबर को खुलेगा शबरिमला मंदिर
शबरिमला (केरल), 29 दिसंबर (भाषा) शबरिमला स्थित भगवान अयप्पा का प्रसिद्ध मंदिर वार्षिक ‘मकरविलक्कू’ महोत्सव के लिए 30 दिसंबर की शाम को फिर खुलेगा। यह जानकारी त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) ने सोमवार को दी।
टीडीबी के मुताबिक, दो महीने से अधिक अवधि वाली तीर्थयात्रा के समापन का प्रतीक ‘मकरविलक्कू’ अनुष्ठान 14 जनवरी 2026 को होगा।
टीडीबी के बयान में कहा गया है कि मंदिर 30 दिसंबर को शाम पांच बजे खुलेगा और गर्भगृह के कपाट ‘मेलशांति’ (मुख्य पुजारी) ई. डी. प्रसाद, ‘तंत्री’ (प्रमुख पुजारी) महेश मोहनरु की मौजूदगी में खोलेंगे।
सन्निधानम् में ‘अझि’ (पवित्र अग्नि) प्रज्ज्वलित किए जाने के बाद श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए पवित्र 18 सीढ़ियां (पथिनेट्टम पड़ी) चढ़ने की अनुमति दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि मंदिर 27 दिसंबर को रात 10 बजे ‘हरिवरासनम’ (भगवान अयप्पा के लिए लोरी) के पारंपरिक पाठ के बाद बंद कर दिया गया था। इसके साथ ही मंडला पूजा का समापन हो गया था।
शबरिमला के सबसे महत्वपूर्ण वार्षिक आयोजनों में शामिल ‘मकरविलक्कू’ महोत्सव में हर साल देशभर से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं।
टीडीबी ने बताया कि महोत्सव की तैयारियों के तहत शबरिमला और आसपास के इलाकों में विभिन्न सरकारी विभागों और स्वयंसेवकों की मदद से बड़े पैमाने पर सफाई अभियान चलाया गया।
बयान के अनुसार, सोमवार से शुरू हुए इस सफाई अभियान में पुलिस, आबकारी विभाग, त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड और स्वच्छता स्वयंसेवक मदद कर रहे हैं।
भाषा सिम्मी अमित
अमित

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