नयी दिल्ली, 21 अप्रैल (भाषा) दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुस्तफाबाद के दयालपुर इलाके में चार मंजिला रिहायशी इमारत के ढहने की घटना की व्यापक मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। इस घटना में 11 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।
उत्तर पूर्वी दिल्ली के जिलाधिकारी इमारत ढहने की परिस्थितियों जैसे विभिन्न पहलुओं की जांच करेंगे और इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराएंगे।
आधिकारिक बयान के अनुसार, रिपोर्ट 15 दिनों में प्रस्तुत की जाएगी।
यह दुखद घटना 19 अप्रैल की सुबह उत्तर-पूर्वी दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनी शक्ति विहार की गली नंबर 1, डी-26 में हुई। करीब 20 साल पुरानी यह इमारत उस समय ढह गई जब लोग सो रहे थे।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस), स्थानीय पुलिस और निवासियों की मदद से 12 घंटे से अधिक समय तक बचाव अभियान चला और 22 लोगों को मलबे से निकाला गया- जिनमें से 11 जीवित बच गए।
प्रारंभिक आकलन से पता चलता है कि इसमें अनधिकृत निर्माण भी एक संभावित कारक है।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) को निर्देश दिया गया है कि वे क्षेत्र स्तर के अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करें।
क्षेत्र के सर्वेक्षण से पता चला है कि कई इमारतें पांच से छह मंजिला हैं, जो कथित तौर पर सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अलग से जांच के आदेश दिए हैं।
भाषा नोमान माधव
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