धुबरी (असम), एक अक्टूबर (भाषा) असम के धुबरी जिले में ब्रह्मपुत्र नदी में 29 यात्रियों को लेकर जा रही एक नाव के पलट जाने के बाद लापता हुए एक सरकारी अधिकारी का पता लगाने के लिए शनिवार को लगातार तीसरे दिन भी तलाश अभियान जारी रहा। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।
अधिकारी ने कहा कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कर्मियों ने बाहर से गोताखोरों के साथ धुबरी के क्षेत्राधिकारी (सर्कल आफिसर) संजू दास की तलाश शुरू कर दी है। अधिकारी ने बताया कि कुछ स्कूली छात्रों समेत 28 अन्य लोगों को पहले ही बचा लिया गया है।
धुबरी शहर से करीब तीन किलोमीटर दूर भाषानीर में यह नौका निर्माणाधीन धुबरी-फुलबारी पुल के एक खंभे से टकराने के बाद बृहस्पतिवार को पलट गई थी।
असम सिविल सेवा (एसीएस) के अधिकारी दास सिलचर के रहने वाले हैं और करीब तीन महीने पहले यहां सेवा में शामिल हुए थे। शुक्रवार को उनकी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्य यहां पहुंचे।
अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर तलाश तेज कर दी है। उन्होंने कहा कि जिला अधिकारियों की एक टीम ने शुक्रवार को सीमा का दौरा किया था और बांग्लादेश के अधिकारियों के साथ बैठक की थी और उनसे सतर्कता बरतने और एसीएस अधिकारी का पता लगाने में बीएसएफ की मदद करने का आग्रह किया था।
अधिकारी ने कहा कि बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) ने उन्हें हरसंभव मदद और सहयोग का आश्वासन दिया है।
धुबरी से लोकसभा सांसद बदरुद्दीन अजमल ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि यह घटना ”एक ईमानदार अधिकारी को रास्ते से हटाने की साजिश” हो सकती है और उन्होंने ”इसकी हर कोण से जांच” की मांग की थी।
इस बीच, एक निजी निर्माण कंपनी के दो कर्मचारियों को बचाव कार्यों के दौरान कथित लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बृहस्पतिवार को बचाव अभियान में कथित रूप से बाधा डालने के आरोप में उनके खिलाफ धुबरी पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी।
शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा करने वाले असम के पर्यटन मंत्री जयंत मल्ला बरुआ ने कहा कि यह एक दुर्घटना प्रतीत होती है, लेकिन सभी कोणों से जांच की जाएगी।
धुबरी के प्रभारी मंत्री ने कहा कि पुलिस पहले ही दो लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और लापरवाही का दोषी पाए जाने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री हिमंत विश्च शर्मा ने पहले कहा था कि दास को खोजने के प्रयास जारी हैं, लेकिन ‘‘यह स्पष्ट नहीं है कि क्षेत्राधिकारी और अन्य लोग माल ढोने वाली नाव पर क्यों थे।’’
भाषा अमित दिलीप
दिलीप
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)