चंडीगढ़, 21 अप्रैल (भाषा) एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने पंजाब सरकार द्वारा कट्टरपंथी उपदेशक और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह की राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत हिरासत अवधि एक साल के लिए बढ़ाने के फैसले की सोमवार को निंदा की।
धामी ने मांग की कि एनएसए को तत्काल हटाया जाए। उन्होंने दावा किया कि सरकार द्वारा हिरासत की अवधि बढ़ाना “मानवाधिकारों का सीधा उल्लंघन है, क्योंकि यह उन्हें (अमृतपाल सिंह) उचित न्यायिक प्रक्रिया से दूर रखता है।”
एक बयान में धामी ने कहा कि अमृतपाल ने ऐसा कोई अपराध नहीं किया है जिसके लिए उसे राष्ट्रविरोधी करार देकर पंजाब से हजारों किलोमीटर दूर जेल में बंद किया जाए।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष ने कहा कि यह कार्रवाई मानवाधिकार के नजरिए से उचित नहीं है। उन्होंने पंजाब सरकार से अमृतपाल पर लगाए गए एनएसए को तुरंत वापस लेने और उन्हें “निष्पक्ष” न्यायिक प्रक्रिया तक पहुंच की अनुमति देने की मांग की।
पंजाब सरकार ने एनएसए के तहत अमृतपाल सिंह की हिरासत को एक और वर्ष के लिए बढ़ा दिया है।
अमृतपाल (32) असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। 23 अप्रैल 2023 को गिरफ्तारी के बाद उसे एनएसए के तहत हिरासत में लिया गया था।
रविवार को अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज ने अमृतपाल की हिरासत अवधि बढ़ाए जाने की निंदा करते हुए इसे “कानून का दुरुपयोग” करार दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर सरकार एक निर्वाचित प्रतिनिधि के साथ इस तरह का व्यवहार कर सकती है, तो आम नागरिकों के मामले में क्या उम्मीद की जा सकती है।
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