दुबई स्थित साइबर घोटालेबाजों को 270 ‘म्यूल’ बैंक खाते उपलब्ध कराने के आरोप में छह लोग गिरफ्तार

दुबई स्थित साइबर घोटालेबाजों को 270 'म्यूल' बैंक खाते उपलब्ध कराने के आरोप में छह लोग गिरफ्तार

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  • Publish Date - December 3, 2025 / 10:17 PM IST,
    Updated On - December 3, 2025 / 10:17 PM IST

अहमदाबाद, तीन दिसंबर (भाषा) गुजरात में डिजिटल अपराधों से प्राप्त धन को दुबई स्थित साइबर घोटालेबाजों को हस्तांतरित करने के लिए कम से कम 270 म्यूल बैंक खाते उपलब्ध कराने के आरोप में एक गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि आरोपी और उनका नेटवर्क पिछले वर्ष भारत के विभिन्न भागों में दर्ज कम से कम 1,549 साइबर अपराधों में सीधे तौर पर शामिल था और इन खातों के माध्यम से भेजी गई कुल राशि 804 करोड़ रुपये आंकी गई है।

उन्होंने बताया कि म्यूल खाता वह बैंक खाता है जिसका उपयोग अपराधी खाताधारक की जानकारी के बिना या उसके साथ अवैध धन प्राप्त करने, हस्तांतरित करने या धनशोधन के लिए करते हैं।

राज्य के सीआईडी-अपराध के ‘साइबर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ की एक विज्ञप्ति के अनुसार, आपराधिक जांच विभाग ने साइबर अपराधियों पर कार्रवाई के तहत नवंबर में 10 लोगों को गिरफ्तार किया था।

विज्ञप्ति के अनुसार, इन छह लोगों की पहचान कमलेश अशोक सेन, सागर सेन, राहुल अग्रवाल, साजेब खेरानी, ​​सोहिल वाधवानिया और अमीन भयानी के रूप में हुई है।

इसमें कहा गया है कि इनलोगों पर दुबई स्थित साइबर अपराध गिरोह को बैंक खाते और सिम कार्ड उपलब्ध कराने का आरोप है।

इसमें कहा गया है कि सूरत में की गई छापेमारी में पुलिस को ऐसे दस्तावेज मिले हैं जो दिखाते हैं कि नेटवर्क ने कम से कम 270 बैंक खाते और 300 से अधिक सिम कार्ड विदेश में बैठे मुख्य हैंडलर को उपलब्ध कराए हैं।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि हर सिम कार्ड के लिए कमलेश और सागर सेन को लगभग 1,000 रुपये मिलते थे, जबकि हर बैंक किट पर उन्हें करीब 50,000 रुपये का कमीशन मिलता था।

भाषा राखी रंजन

रंजन