एसएमवीडीआईएमई प्रवेश विवाद: हिंदू समूहों ने मुस्लिम छात्रों को स्थानांतरित करने की मांग की, मार्च निकाला

एसएमवीडीआईएमई प्रवेश विवाद: हिंदू समूहों ने मुस्लिम छात्रों को स्थानांतरित करने की मांग की, मार्च निकाला

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  • Publish Date - December 5, 2025 / 10:14 PM IST,
    Updated On - December 5, 2025 / 10:14 PM IST

जम्मू, पांच दिसंबर (भाषा) जम्मू शहर में कई हिंदू समूहों ने शुक्रवार को एक मार्च निकाला और ‘श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस’ (एसएमवीडीआईएमई) से मुस्लिम छात्रों को स्थानांतरित करने और वहां हिंदू छात्रों के लिए सीट आरक्षित करने की मांग की।

श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के बैनर तले यह समूह मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर आया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका।

बाद में वे तवी पुल के पास महाराजा हरि सिंह स्मारक पर धरने पर बैठ गए, जिससे कुछ देर के लिए यातायात बाधित रहा। समिति के संयोजक कर्नल सुखवीर मनकोटिया ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार और श्राइन बोर्ड द्वारा इस मुद्दे को सुलझाने में ‘‘नाकाम’’ रहने के कारण आंदोलन को मजबूर होना पड़ा।

उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने के लिए हमें बुलाना चाहिए था। अगर मामला तुरंत नहीं सुलझा तो हम समुदाय के खातिर न्याय सुनिश्चित करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।’’

मुख्यमंत्री के इस बयान कि दाखिले पूरी तरह से योग्यता के आधार पर होते हैं को मनकोटिया ने ‘‘गलत’’ और ‘‘शर्मनाक’’ बताया। उन्होंने कहा कि समिति पहले से दाखिला ले चुके छात्रों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहती, लेकिन जिस तरह से इस मुद्दे से निपटा जा रहा है, उस पर आपत्ति है।

उन्होंने यह भी कहा कि श्राइन बोर्ड द्वारा स्थापित संस्थाओं का संचालन सनातन धर्म और हिंदुओं की भावनाओं को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘हम यह नहीं चाहते कि हिंदुओं के दान से बनी संस्थाओं में समुदाय की अनदेखी हो। ऐसा लगता है कि जम्मू-कश्मीर में समुदाय और उसके धार्मिक संस्थानों को कमजोर करने की यह एक सोची-समझी रणनीति है।’’

यह आंदोलन 2025-26 शैक्षणिक सत्र के लिए एमबीबीएस की स्वीकृत 50 सीट के लिए 42 मुस्लिम, एक सिख और सात हिंदू उम्मीदवारों के चयन के बाद हुआ। इनका चयन राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) के माध्यम से किया गया था।

भाषा

शुभम खारी

खारी