Sonia Gandhi will continue as the President of Congress Party

कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष बनी रहेंगी सोनिया गांधी, CWC की बैठक में लिया गया फैसला

Sonia Gandhi will continue as the President of Congress Party

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:06 PM IST, Published Date : March 13, 2022/8:37 pm IST

नयी दिल्ली, 13 मार्च (भाषा) कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी की करारी शिकस्त के कारणों और आगे की रणनीति पर रविवार को यहां चर्चा की। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई सीडब्ल्यूसी की बैठक पार्टी मुख्यालय में चार घंटे से अधिक समय तक चली।

Read more :  खुशखबरी! कर्मचारियों के डीए में 3% की बढ़ोत्तरी, एरियर को लेकर भी आया बड़ा अपडेट 

बैठक में सोनिया गांधी के अलावा, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कई अन्य नेता शामिल हुए। इसमें ‘जी 23’ समूह के नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और मुकुल वासनिक भी शामिल हुए। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस बैठक में शामिल नहीं हुए। वरिष्ठ नेता ए के एंटनी कोविड 19 से संक्रमित होने के कारण बैठक में मौजूद नहीं हो सके।

Read more :  बेहद जल्द अमीर बन जाते हैं इन राशियों के जातक, कभी नहीं होती पैसों की कमी, जानिए किनकी किस्मत होती है बुलंद

कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने हालिया विधानसभा चुनावों में हार के संदर्भ में ‘खामियों’ को स्वीकार करते और नतीजों पर गंभीर चिंता प्रकट करते हुए फैसला किया कि जल्द ही एक ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन किया जाएगा जिसमें आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि सीडब्ल्यूसी ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया और उनसे आग्रह किया कि वे पार्टी को मजबूत करने के लिए जरूरी बदलाव करें। उन्होंने बताया कि संसद के बजट सत्र के तत्काल बाद ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन होगा। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि हर नेता ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया और संगठनात्मक चुनाव संपन्न होने तक उनसे अध्यक्ष पद पर बने रहने का आग्रह किया।

Read more :  ऋषभ पंत ने तोड़ा कपिल देव का 40 साल पुराना रिकॉर्ड, बने टेस्ट में सबसे तेज फिफ्टी लगाने वाले भारतीय खिलाड़ी 

सीडब्ल्यूसी की बैठक के दौरान पार्टी के कई नेता एवं कार्यकर्ता पार्टी के मुख्यालय के निकट एकत्र हुए और राहुल गांधी के समर्थन में नारेबाजी की तथा उन्हें पार्टी की कमान एक बार फिर से सौंपने की मांग की। यह अहम बैठक ऐसे समय हुई है, जब कांग्रेस ने पंजाब में सत्ता गंवा दी और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है।

Read more : पहले पति को उतारा मौत के घाट, फिर वहीं पर प्रेमी के साथ किया Sex, इसके बाद ससुर की भी कर दी हत्या

सोनिया गांधी पिछले कुछ समय से सक्रिय रूप से प्रचार नहीं कर रही हैं, प्रियंका गांधी वाद्रा के अलावा राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक रहे हैं। साथ ही, भाई-बहन की जोड़ी पार्टी के महत्वपूर्ण फैसलों में भी प्रमुख भूमिका निभाती है। इन विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के ‘जी 23’ समूह के कई नेताओं ने शुक्रवार को बैठक की थी, जिसमें आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की गयी। राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के आवास पर हुई इस बैठक में कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी शामिल हुए थे।