कोलकाता, 24 नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग द्वारा नौवीं और 10वीं कक्षा में शिक्षकों की भर्ती के लिए एसएलएसटी परिणाम प्रकाशित करने के दिन सोमवार को नौकरी के इच्छुक अभ्यर्थियों के दो समूहों ने सोमवार को ‘‘अवैध’’ अंक योजना और भर्ती में देरी को लेकर अलग-अलग विरोध मार्च निकाले।
हजारों एसएससी अभ्यथिर्यों ने उत्तरी कोलकाता के सियालदह स्टेशन से एक मार्च निकाला, कई पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ दिये और अपने गंतव्य मध्य कोलकाता के एस्प्लेनेड क्षेत्र तक पहुंचने के लिए पुलिसकर्मियों से भिड़ गए।
यह झड़प तब हुई, जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को एस्प्लेनेड तक उनके नियोजित मार्ग पर मार्च करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया और उन्हें सीआईटी रोड पर रामलीला मैदान की ओर मोड़ने की कोशिश की, जिसे प्रदर्शनकारियों ने स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
खबर लिखे जाने तक आंदोलनकारी अभ्यर्थी एस्प्लेनेड क्रॉसिंग पर धरना दे रहे थे, जिससे मुख्य चौराहे पर यातायात बाधित हो गया।
नए अभ्यर्थियों ने पूर्व नियुक्त शिक्षकों को दिए गए अनुभव-आधारित 10 अंकों को रद्द करने की मांग की, जिनकी नियुक्ति नौकरी घोटाले के मामले में अदालत ने रद्द कर दी थी। इसके अलावा आंदोलनकारी अभ्यर्थियों ने सभी ओएमआर शीट का सार्वजनिक प्रदर्शन और एक लाख अतिरिक्त शिक्षण पदों का सृजन किए जाने की भी मांग की।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘‘हम गैरकानूनी तरीके से दिए जा रहे 10 अंकों के खिलाफ अपना आंदोलन जारी रखेंगे। हमने परीक्षा आवेदन शुल्क का भुगतान करने के लिए दिन-रात ट्यूशन पढ़ाया और अब पूरे अंक प्राप्त करने के बावजूद हम पात्र नहीं हैं।’’
वहीं, एक अलग प्रदर्शन में 2016 के उच्च प्राथमिक भर्ती बैच के सैकड़ों अभ्यर्थियों ने साल्ट लेक स्थित करुणामयी चौक से राज्य शिक्षा विभाग मुख्यालय विकास भवन तक मार्च निकाला और लंबे समय से लंबित नियुक्ति प्रक्रिया को पूरा करने की मांग की।
भाषा शफीक दिलीप
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