स्टालिन ने नीट को लेकर केन्द्र पर निशाना साधा, कहा-परीक्षा का मेरिट से कोई लेना-देना नहीं
स्टालिन ने नीट को लेकर केन्द्र पर निशाना साधा, कहा-परीक्षा का मेरिट से कोई लेना-देना नहीं
चेन्नई, 21 सितंबर (भाषा) द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष तथा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) को लेकर केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उसने स्वीकार किया है कि परीक्षा का लाभ शून्य है और इसका ‘मेरिट’ से कोई लेना-देना नहीं है।
इससे एक दिन पहले उनके बेटे और राज्य के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि ने भी इसी मुद्दे पर केन्द्र की आलोचना की थी। स्टालिन ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने ‘‘स्वीकार’’ किया है कि नीट का कोई लाभ नहीं है।
दरअसल बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा परास्नातक (नीट पीजी) 2023 में काउंसलिंग के लिए अनिवार्य ‘क्वालीफाइंग परसेंटाइल’ को घटाकर शून्य कर दिया है।
स्टालिन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ नीट पीजी में काउंसलिंग के लिए अनिवार्य ‘क्वालिफाइंग परसेंटाइल’ को घटाकर शून्य करके उन्होंने स्वीकार किया है कि राष्ट्रीय ‘पात्रता’ सह प्रवेश परीक्षा में ‘पात्रता’ के कोई मायने नहीं है। ये सिर्फ कोचिंग सेंटर तथा परीक्षा के लिए पैसे अदा करना भर है। कोई योग्यता की आवश्यकता नहीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ नीट=0 । नीट का मेरिट से कोई लेना-देना नहीं है, यही हम हमेशा से कहते आ रहे हैं। यह महज औपचारिकता है…।’’
उदयनिधि ने बुधवार को आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-परास्नातक (नीट-पीजी)-2023 में काउंसलिंग के लिए अनिवार्य ‘क्वालिफाइंग परसेंटाइल’ को घटाकर शून्य किया जाना इस राष्ट्रीय परीक्षा की साजिश को उजागर करता है।
भाषा शोभना पवनेश
पवनेश

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