कोलकाता, छह जनवरी (भाषा) विश्वभारती विश्वविद्यालय ने कुलपति बिद्युत चक्रवर्ती के खिलाफ छात्रों के एक तबके द्वारा विरोध जारी रखने के बीच शुक्रवार को कहा कि यह आंदोलन और कुछ नहीं बल्कि ‘गुंडागर्दी’ है जिससे सख्ती से निपटा जाएगा।
केंद्रीय विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा कि नवंबर के अंतिम सप्ताह से छात्रों के घेराव, रैलियों और धरने को ‘विरोध का शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक स्वरूप’ नहीं कहा जा सकता है।
इस बयान में कहा गया है, ‘दुखद है कि हिंसा यहां छात्र आंदोलन की संस्कृति का हिस्सा बन गई है।’
छात्रों के एक वर्ग द्वारा विश्वविद्यालय के अधिकारियों, विशेष कर कुलपति के खिलाफ परिसर में प्रदर्शन किया जा रहा है। छात्रों का एक तबका कथित तौर पर उन्हें छात्रावास देने से इनकार करने, उनमें से छह को निलंबित करने और एक वरिष्ठ प्रोफेसर को सेवा से बर्खास्त करने को लेकर प्रदर्शन कर रहा है।
छात्रों के प्रदर्शन के कारण अधिकारियों ने दीक्षांत समारोह और वार्षिक पौष मेला का आयोजन नहीं किया।
भाषा अविनाश माधव
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